कश्मीर के पुलवामा में हुए निंदनीय एवं नृशंस आतंकवादी हमले के बाद निरपराध एवं मासूम कश्मीरियों पर पूरे देश में हो रहे हमलों के खिलाफ राजस्थान के प्रमुख जन-संगठनों तथा जागरुक नागरिकों की ओर से शुक्रवार को विनोबा ज्ञान मंदिर जयपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया।
प्रेस कांफ्रेंस में सामाजिक कार्यकर्ता एवं वरिष्ठ पत्रकार सुधांशु मिश्र, राजस्थान हाईकोर्ट सीनियर एडवोकेट प्रेमकिशन शर्मा और इप्टा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणवीर सिंह ने बताया कि पूरे देश में निरपराध मासूम कश्मीरियों को निशाना बनाने का प्रयास किया जा रहा है तथा जयपुर में भी शिक्षा प्राप्त कर रहे कश्मीरी छात्र-छात्राओं और कर्मचारियों को धमकाया जा रहा है जिससे प्रदेश का प्रबुद्ध समुदाय तथा जन-संगठन चिंतित हैं।
राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस वीएस दवे ने भी पत्र लिखकर ऐसी घटनाओं पर चिंता जताई। जस्टिस दवे ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करते हुए अपने पत्र में लिखा कि आतंकवाद की जितनी कड़े शब्दों में भर्त्सना की जाए वो कम है। कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और हर कश्मीरी जो भारत में कंही भी रह रहा है चाहे विद्यार्थी, व्यापारी या सरकारी और गैर सरकारी संस्थान में काम करने वाला हो उनको सुरक्षित और भय रहित वातावरण देना हर भारतीय का मौलिक कर्तव्य है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जमाअत ए इस्लामी हिन्द राजस्थान, पीयूसीएल, मजदूर किसान शक्ति संगठन, सीपीएम, NFIW, एसआईओ राजस्थान, एसएफआई, मंसूरी पंचायत, राजस्थान नागरिक मंच, राजस्थान समग्र सेवा संघ, जनवादी लेखक संघ, दलित मुस्लिम एकता मंच, एपीसीआर आदि संगठनों के प्रदेश पदाधिकारियों ने भी पुलवामा आतंकी हमले की निंदा करते हुए सरकार से कश्मीरी छात्र छात्राओं, व्यापारियों और विभिन्न सरकारी गैर सरकारी संस्थाओं में काम कर रहे लोगों को सुरक्षा देने की मांग की।
प्रदेश के विभिन्न जन-संगठनों की संयुक्त मीटिंग में यह फैसला लिया गया कि एक प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलकर प्रदेश में कानून व्यवस्था और कश्मीरी लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करेगा। मीटिंग में यह भी तय किया गया कि जल्दी ही प्रदेश में रह रहे कश्मीरी लोगो का एक सम्मेलन जयपुर में आयोजित किया जाएगा जिसके माध्यम से एकजुटता, प्रेम, शांति, सद्भाव और अनेकता में एकता का संदेश दिया जाएगा।
प्रेस कांफ्रेंस का वीडियो यंहा देख सकते हैं