राजस्थान के कोटा शहर में महामारी और लॉक डाउन की वजह से परेशान कुछ ऑटो चालकों का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में ऑटो चालकों ने शहर की ऑटो यूनियन के अध्यक्ष भूपेंद्र सक्सेना और संभागीय अध्यक्ष अनीस राइन पर ऑटो चलाने का परमिट देने के लिए 1500 से 2000 रुपए मांगने का आरोप लगाया है।
ऑटो चालकों ने यह आरोप लगाया है कि लॉक डाउन में कोटा शहर की ऑटो यूनियन के अध्यक्ष और संभागीय अध्यक्ष सिर्फ उन्ही ऑटो वालों को ऑटो चलाने दे रहे हैं जो यूनियन के सदस्य हैं। यूनियन की सदस्यता के नाम पर ऑटो चालकों से 15 सौ से लेकर दो हजार रुपए तक की मांग की जा रही है।
ऑटो चालकों का कहना है कि इस महामारी में घर चलाना ही मुश्किल हो रहा है। ऐसे में हम दो हजार रूपए कहां से देंगे?
ऑटो चालकों ने वीडियो के माध्यम से प्रशासन से भी यह अनुरोध किया है कि हमारी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है और मकान का किराया और लाइट का बिल देना भी मुश्किल हो रहा है इसलिए सभी ऑटो वालों को ऑटो चलाने की परमिशन दी जाए।
ऑटो यूनियन के अध्यक्ष अनीस राइन ने जनमानस को बताया कि कोटा में करीब 10 हजार ऑटो वालें हैं और तीन ऑटो यूनियन कार्यरत हैं। लॉक डाउन की वजह से प्रशासन ने सिर्फ 350 ऑटो के लिए ही परमिट जारी किए हैं। प्रशासन ने तीनों यूनियनों को 110 – 110 परमिट दिए है। हम हमारी यूनियन के जो मेंबर है उन्हें ही यह परमिट दे रहे हैं। हमारी यूनियन की सदस्यता शुल्क 1550 रुपए है और वही हम मांग रहे हैं क्योंकि बिना सदस्यता के हम परमिट नहीं दे सकते हैं।
अनीस राइन का कहना है कि मुझे ऑटो चालकों से पूरी सहानुभूति है लेकिन लॉक डाउन में ऑटो चलाने की परमिशन और परमिट प्रशासन दे रहा है। प्रशासन को चाहिए की वो सबको परमिशन दे जिससे कोई भी ऑटो वाला परेशान ना हो।