पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद ही से देश में राजनीतिक उथल पुथल जारी है। कोई कह रहा है की अचानक पाकिस्तान के साथ युद्ध की स्थिति बन जाना चुनावी स्टंट है और ये सब सत्ताधारी पार्टी की ओर से योजनाबद्ध तरीके से किया गया है तो कुछ लोग ये मानते हैं की ये पाकिस्तान में पल रहे हैं आंतकियों संगठनों द्वारा भारत पर गढ़ी हुई नज़र का नतीजा है,जो चल रहा है वो तो है ही लेकिन गजब बात ये है की इस पूरे माहौल ने लोकसभा चुनाव के सारे मुद्दों का सफाया कर दिया है,चाहे रोजगार हो राफेल हो या और कुछ,कोई इसपर बात ही नही करना चाहता।
लेकिन एक शख्श है जिसे इस माहौल ने कतई प्रभावित नही किया और वो हैं हमारे “प्रधान सेवक” और भाजपा नेता नरेंद्र मोदी जी।
मोदी जी की रैलियों को कहीं कोई फर्क नही पड़ा है,जितना इस पूरे माहौल ने विपक्षी दलों को प्रभावित किया है उतना ही भाजपा का प्रचार हुआ है,इसी प्रचार की यात्रा को जारी रखते हुए जब मोदी जी शुक्रवार को 2,995 करोड़ रुपये की विभिन्न राजमार्ग परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने तमिलनाडु पहुंचे तो प्रधानमंत्री के इस दौरे का विरोध होने लगा है,ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है ‘गो बैक मोदी’
ये होना स्वभाविक भी है इसीलिए की देश युद्ध की स्थिति को झेल रहा है और देश का प्रधानमंत्री अपने अपनी पार्टी के प्रचार प्रसार में व्यस्त है।
इस पूरे माहौल ने प्रधानमंत्री की छवि को बहुत प्रभावित किया है ये आप आईटी सेल से परे ग्राउंड स्तर पर महसूस कर सकेंगे।