जोधपुर : किसने बिगाड़ी अपनायत के शहर की फ़िज़ा, हिंसा कैसे हुई शुरू


राजस्थान के शहर जोधपुर में ईद से एक दिन पहले शाम में दो समुदायों के बीच झंडे लगाने को लेकर हुई कहासुनी ईद के दुसरे दिन हिंसक झड़प में बदल गई ! अब तक की सूचना के अनुसार पुलिस ने 12 एफ़आईआर दर्ज की हैं जिनमें 8 लोगों को को गिरफ़्तार किया गया है ।वहीं 133 अन्य लोगों को शांतिभंग की धारा -151 तहत गिरफ़्तार किया है ।

हिंसा के बाद जोधपुर शहर के 10 थाना क्षेत्रों में पहले बुधवार रात 12 बजे तक कर्फ़्यू लगाया गया था लेकिन बाद में इसे बढ़ा कर गुरुवार रात 12 बजे तक कर दिया गया।

कैसे शुरू हुई हिंसा

दरअसल 3 मई को एक साथ कई त्यौहार थे उस दिन ईद-उल- फ़ितर के अलावा परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया भी मनाए जा रहे थे । 2 मई को जोधपुर के मुस्लिम बाहुल्य इलाक़े जलौरी गेट चौराहे पर भगवा झंडे लगाए गए थे बाज़ार को सजाया गया था।

हर साल की तरह जालौरी गेट चौराहे पर मुस्लिम सामुदाय ने ईद का झंडा लगा दिया। यह झण्डा प्रशासन की अनुमति और भाजपा नेताओं के साथ सहमति के बाद लगाया गया था। जिसके लिए एक दिन की अनुमति भी ली गई थी। बाद में शहर में यह अफ़वाह  फैल गई कि मुस्लिम समुदाय ने भगवा झंडा उतार कर पाकिस्तान का झण्डा लगा दिया है।

जालौरी गेट के जिस चौराहे पर झंडा लगाया गया था वहाँ स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की मूर्ति लगी हुई है । अफ़वाह फैली कि बालमुकुंद बिस्सा की मूर्ति को मुसलमानों ने काली टेप से छुपा दिया।

रात 12 बजे भाजपा के कार्यकर्ता जालौरी गेट पर इखट्टा होने लगे उन्होंने ईद के झंडे को उतार फेंका और ईद की नमाज़ के लिए लगाए गए लाउड स्पीकरों को तोड़ दिया ।

रात को हुई इस गहमा-गहमी के बाद प्रशासन ने लाठी चार्ज कर लोगों को तितर-बितर कर दिया । बाद में भाजपा नेताओं और मुस्लिम समुदाय के बीच प्रशासन ने सुलह करवा दी। यह तय हुआ की कल ईद की नमाज़ शांति से होगी।

लेकिन कुछ भाजपा नेता सुबह तक इस बात पर अड़े रहे की हम इन्हें सड़क पर नमाज़ नहीं पढ़ने देंगे।

ईद के दिन कैसे भड़की हिंसा

सुबह ईद की नमाज़ के  बाद जब मुस्लिम समुदाय ने जालौरी गेट पर फिर से भगवा झण्डा लहराते हुए देखा तो लोग भड़क गए। वहाँ पहले से मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं और मुस्लिम समुदाय के बीच बहस हुई और फिर हिंसा शुरू हो गई।

 

हालाँकि पुलिस ने हंगामे पर क़ाबू पा लिया एक घंटे से अधिक समय तक चली हिंसात्मक झड़पों के बाद 10 बजे जोधपुर में कर्फ़्यू लगा दिया ।

हर साल लगता है ईद का झण्डा 

जालौरी गेट इलाक़े के निवासी आज़म ख़ान कहते हैं “ जिसका त्यौहार आता है वो जालौरी गेट चौराहे को सजाता है, ईद पर हर साल वहाँ झंडा लगाया जाता है, लेकिन इस बार दंगे करवाने की नीयत से ईद के झंडे को पाकिस्तान का झंडा बता कर लोगों को भड़काया गया यह अफ़वाह भी फैली की भगवा झंडे को उतारा जा रहा है”

आज़म ख़ान कहते हैं “ जालौरी गेट इलाक़ा ईदगाह के बिल्कुल पास है, ईद की नमाज़ के समय नमाज़ी वहाँ तक पहुँच जाते हैं, भाजपा नेताओं ने वहाँ लगे लाउडस्पीकरों को तोड़ दिया”

मीडिया मामले को बढ़ा चढ़ा कर दिखा रहा 

आज़म ख़ान मीडिया द्वारा की जा रही कवरेज से दुखी हैं । वो कहते हैं “ ठीक है झड़प हुई लेकिन वो इतनी भयंकर नहीं थी जितने मीडिया वाले दिखा रहे हैं “

वो कहते हैं “ हम जब टी॰वी॰ देख रहे हैं तो यक़ीन नहीं कर पा रहे की ऐसा हमारे यहाँ हो रहा है। ज़मीनी वास्तविकता बिल्कुल अलग है मीडिया बस सनसनी फैलाना चाहता है “

भाजपा ने भड़काई हिंसा- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि “ भाजपा और आरएसएस वाले प्रदेश में आग लगा रहे हैं, हिंसा करवा रहे हैं, इनकी तो प्लानिंग थी की प्रदेश में दंगे भड़कें लेकिन हमने समय रहते ऐक्शन ले लिया, हम इनकी हरकतों का मुक़ाबला करेंगे”

उन्होंने भाजपा राजस्थान को बख्शो, हम सब अपनी-अपनी विचारधारा के साथ में राजनीति करें, परंतु ये किसी को अधिकार नहीं है कि निर्दोष लोग मारे जाएं, आगजनी हो, दंगे भड़कें, ये हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।

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