गरीब मजदूर को ज़िंदा जला दिया गया !
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के तिलस्वा में एक कांग्रेस नेता की खदान पर बागवानी का काम करने वाले दलित मजदूर गंगाराम बलाई को पेड़ से बांधकर ज़िंदा जला कर मार डाला गया है।
मृतक शाहपुरा क्षेत्र के ईटमारिया गांव का निवासी था। घटना बिजोलिया थाना क्षेत्र के बहादुर जी का खेड़ा के पास जंगल की है।
कानून का डर खत्म होता जा रहा है,नेताजी ने कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई और पुलिस ने भी संवेदनहीनता की पराकाष्ठा तक छलांग लगा दी ।
जातियों के नाम पर खेल कूद और उछल कूद करने वाले,रक्तदान ,प्रतिभा सम्मान करने वाले ठेकेदार भी अपने अपने दड़बों में छुपे रहे।
कोई कुछ न बोला, सब खामोश है,जलाया गया इंसान एक आम मजदूर था,उसकी फिक्र न शासन को है और न ही प्रशासन को ।
शर्मनाक बात है ।
जंगलराज की स्थितियां हैं । तुंरत कार्यवाही हो,मृतक को मुआवजा मिले, वर्ना लोग आंदोलित होंगे ।
निर्मम हत्या को आत्महत्या बता रही पुलिस !
जिंदा जलाये गये मजदूर गंगाराम बलाई की जेब में सुसाईड नोट मिला है,शरीर जल गया,पेड़ जल गया,पर जेब मे कागज का टुकड़ा बचा रह गया ! मृतक अनपढ़ था,उसने सुसाईड नोट कैसे लिखा ? मृतक अविवाहित था,तो उसने सुसाईड नोट में अपनी बेटी का ज़िक्र क्यों किया ?
कैसी अंधेरगर्दी है यह ,सरकार बहादुर सुनती क्यों नहीं है ?
-भंवर मेघवंशी
(स्वतंत्र पत्रकार एवं दलित विचारक)
(मजदूर की लाश पूरी तरह से जल जाने के कारण लगाया गया फ़ोटो प्रतीकात्मक है)
दैनिक भास्कर