26 फरवरी मंगलवार को सर्जिकल एयर स्ट्राइक के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राजस्थान के चूरू में विजय संकल्प जनसभा हुई। जनसभा में मोदी के तेवर भी बदले हुए नजर आए। मोदी ने अपने भाषण की शुरूआत राजस्थानी बोली में ही की।
जानिए चूरू में क्या क्या कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने,
“आज आपका मिजाज कुछ और ही लग रहा है। पूरी ताकत से बोलिये – भारत माता की जय
आज चूरू की धरती से, मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि देश सुरक्षित हाथों में है.
प्रधानमंत्री ने वीर रस की कविता सुनात
सुनाते हुए कहा कि,
सौगन्ध मुझे इस मिट्टी की, मैं देश नहीं मिटने दूंगा।
मैं देश नहीं रुकने दूंगा, मैं देश नहीं झुकने दूंगा।।
मेरा वचन है भारत मां को तेरा शीश नहीं झुकने दूंगा।
सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा
देश से बढ़कर हमारे लिए कुछ नहीं है।
देश की सेवा करने वालों को, देश के निर्माण में लगे हर व्यक्ति को आपका ये प्रधानसेवक नमन करता है
शहीदों के परिवारों और पूर्व सैनिकों से OROP को लागू करने का वादा किया था।
मुझे खुशी है कि राजस्थान के हजारों परिवार सहित देशभर के 20 लाख से अधिक सैनिक परिवारों को OROP का लाभ मिल चुका है.
हमारे लिए खुद से बड़ा दल है और दल से भी बड़ा देश है।
इसी भावना के साथ हम निरंतर देश के प्रत्येक जन की सेवा में लगे हुए हैं.
दो दिन पूर्व, देश के इतिहास में किसानों के लिए बनाई गई सबसे बड़ी योजना की शुभ शुरुआत हुई है।
एक बटन दबाते ही देशभर के एक करोड़ से अधिक किसानों के बैंक खाते में 2 हज़ार रुपए की पहली किश्त पहुंच गई है और बाकियों को भेजने का काम जारी है.
लेकिन दु:ख की बात ये है कि उसमें चुरु का, राजस्थान का एक भी किसान परिवार नहीं था।
ऐसा इसलिए क्योंकि यहां की सरकार ने अभी तक केंद्र सरकार को लाभार्थी किसानों की सूची ही नहीं भेजी है .
जब हमने पीएम किसान योजना की घोषणा की थी तो लोग कहते थे कि ये नहीं हो पाएगा, ये नामुमकिन है।
लेकिन नामुमकिन अब मुमकिन है, क्योंकि ये मोदी सरकार है.
आयुष्मान भारत योजना के तहत देशभर में 50 करोड़ गरीबों को हर वर्ष 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है।अब तक देश भर में 13 लाख लोगों को इसका लाभ मिल चुका है, लेकिन इसमें राजस्थान का एक बच्चा भी शामिल नहीं है.
ये बदला हुआ भारत है, जो नई रफ्तार से काम कर रहा है।मुझे इस बात का गर्व है कि पिछले साढ़े चार साल में गरीबों के लिए डेढ़ करोड़ से ज्यादा मकान बन चुके हैं .