पिछले वर्ष की तरह ‘‘जन-साहित्य पर्व’’ का तीन दिवसीय आयोजन जनवादी लेखक संघ और जन संस्कृति…
Category: साहित्य
होली गीत- हर रोज़ कहां ये आते हैं, लम्हात सुहाने होली के!
होली-गीत-शहनाई गूंजती हे ,,,,,,,,,, शहनाई गूंजती हे ,मिर्द़ंग भी बज रहा हे। अलगोजिये की लय पे,हर…
फिल्म ‘तीसरी कसम’ जिसपर बनी उस कहानी के लेखक की आज 98वीं जयंती है!
हिंदी जगत के कालजयी हस्ताक्षर अमरकथा शिल्पी फनीश्वर नाथ रेणु जिनका जन्म 4 मार्च 1921को बिहार…
लघुकथा- दीन दुखियों की सेवा करना, यही सबसे बड़ा धर्म
आज उसका इंटरव्यू था। वह सोच रहा था, काश! आज इंटरव्यू में पास हो गया तो…