विश्व सिनेमा के अनमोल रत्न, कई पीढ़ियों के रोल मॉडल यूसुफ खान उर्फ दिलीप कुमार ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया और ख़ालिक़ ए हक़ीक़ी से जा मिले।
बंटवारे के बाद हमारे हिस्से में आई एक अनमोल विरासत आज हम से जुदा हो गई। एक ऐसी विरासत जिसने इस मुल्क को, यहां की सिनेमा को ऊंचाई पर पहुंचाया।
जिस तरह पूरी दुनिया में दूसरा ताजमहल नहीं बन सकता, उसी तरह कोई दूसरा दिलीप कुमार पैदा नहीं हो सकता। दिलीप कुमार शख्स नहीं बल्कि एक मुकम्मल दौर का नाम था, जिनकी छाँव में न जाने कितने लोग आकर बुलंदी पर पहुंचे। आप शहंशाह ए जज़्बात थे। आप भारतीय सिनेमा ही नहीं विश्व सिनेमा के सबसे बड़े फ़नकार थे।
अलविदा दिलीप साहब। अल्लाह आपको जन्नत में आला मुकाम अता करे।
– माजिद मजाज़