बच्चों के सवालों पर बोले चिकित्सा मंत्री, ऑनलाइन पढ़ाई जरूरी लेकिन खेलने के लिए भी समय निकालें


बच्चों के सवालों पर बोले चिकित्सा मंत्री, ऑनलाइन पढ़ाई जरूरी लेकिन खेलने के लिए भी समय निकालें,चिकित्सा मंत्री ने की बचपन की यादें साझा, बताए कामयाबी के गुर
जयपुर, 11 अगस्त। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कोरोना महामारी के चलते कई महीनों से स्कूल नहीं जा सकने वाले बच्चों को मोटिवेट करते हुए कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई के साथ खेल और अन्य शारीरिक गतिविधियों के लिए भी नियमित समय निकालें। उन्होंने कहा कि जितनी जरूरत हो उतना ही मोबाइल और लैपटॉप का इस्तेमाल करें ताकि मानसिक और शारीरिक विकास में किसी भी तरह की बाधा नहीं आए।
डॉ. शर्मा बुधवार को डिजिटल बाल मेला के सेशन में बच्चों से वर्चुअली रुबरु हुए और उनके सभी सवालों के जवाब देते हुए उन्हें विषम परिस्थितियों के साथ तालमेल बनाने के आकर्षक टिप्स दिए। इस दौरान उन्होंने अपने बचपन, स्कूली शिक्षा, राजनीति में प्रवेश सहित कई विषयों को लेकर अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता पाने का मंत्र कड़ा अनुशासन और दृढ़ निश्चयी होना है। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, कामयाबी के लिए मेहनती होना सबसे ज्यादा जरूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चे जंक फूड से बचें और पारंपरिक और हैल्दी फूड को लाइफस्टाइल में जगह दें।
सेशन के दौरान एक बच्चे ने प्रदेश में वैक्सीन के वेस्टेज पर सवाल पूछा तो चिकित्सा मंत्री ने बताया कि देश की संसद में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने स्वीकारा है कि प्रदेश में तय डोज से ज्यादा ही डोज लगाए गए हैं और प्रदेश में किसी भी स्तर पर डोज खराब नहीं हुई। एक अन्य बच्चे ने जब तीसरी लहर की आशंका को लेकर सवाल किया तो स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार बच्चों की सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। बच्चों के अस्पतालों से लेकर सामुदायिक केन्द्रों तक में आधुनिक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश ऑक्सीजन को लेकर आत्मनिर्भर होने की दिशा में अग्रसर है।
एक बच्चे के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी बच्चों की वैक्सीन पर ट्रायल चल रहा है। ऎसे में बड़ों को वैक्सीन की दोनों डोज और कोविड के अनुरूप व्यवहार के जरिए ही बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस तरह पोलियो के उन्मूलन के लिए देश भर में पोलियो ड्रॉप पिलाई गई उसी तरह वैक्सीन के डोज से एक निश्चित समय सीमा में कोरोना से बचा जा सकता है। बच्चों से संवाद करते हुए चिकित्सा मंत्री ने कहा कि वे कोरोना गाइडलाइन का स्वयं भी पालन करें और अपने परिवाराजनों को भी मास्क लगाने, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने व बार-बार हाथ धोने के लिए प्रेरित करें।
गौरतलब है कि डिजिटल बाल मेले का आयोजन एलआईसी इंडिया, आईडीबीआई बैंक और फ्यूचर सोसायटी के सहयोग से किया जा रहा है। इस मेले की शुरुआत 15 जून 2021 को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी ने की थी। मेले में अलग-अलग सैशन आयोजित कर बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों से रुबरु कराया जा रहा है। डिजिटल बाल मेले का समापन इस वर्ष 14 नवंबर को होगा।

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