छबड़ा विधानसभा से भाजपा विधायक प्रताप सिंह सिंघवी ने रविवार शाम को अपने जयपुर आवास पर जनमानस को बताया कि छबड़ा में हुई घटना निंदनीय है.
उनका कहना था कि शनिवार शाम लड़कों के बीच हुई घटना को अगर स्थानीय पुलिस गंभीरता से लेती तो आज की घटना टाली जा सकती थी. शनिवार की घटना के बाद वहां के स्थानीय लोगों को लगता कि पुलिस सुस्ती छोड़कर कार्यवाही कर रही है तो आज की दुर्घटना घटित नहीं होती. यह स्थानीय पुलिस की नाकामी है कि छबड़ा में आजाद सर्किल से लेकर अलीगंज व लोटाभैरुं में भारी नुकसान हुआ, जिसमें निरपराध व्यापारियों की दुकानें जलाई गई.
#छबड़ा में आज हुई घटना निंदनीय है। शनिवार शाम लड़कों के बीच हुई घटना को अगर स्थानीय पुलिस गंभीरता से लेती तो आज की घटना टाली जा सकती थी। शनिवार की घटना के बाद वहां के स्थानीय लोगों को लगता कि @PoliceRajasthan सुस्ती छोड़कर कार्यवाही कर रही है तो आज की दुर्घटना घटित नहीं होती।
— Pratap Singh Singhvi (@PratapSSinghvi) April 11, 2021
उन्होंने कहा कि मैं लोगों से शांति-सद्भावना बनाए रखने की अपील करता हूं और पुलिस को आगाह करता हूं कि बेकसूर लोगों को झूठे मुकदमों में न फंसाया जाए.
यह स्थानीय पुलिस की नाकामी है कि #छबड़ा में आजाद सर्किल से लेकर अलीगंज व लोटाभैरुं में भारी नुकसान हुआ, जिसमें निरपराध व्यापारियों की दुकानें जलाई गई। मैं लोगों से शांति-सद्भावना बनाए रखने की अपील और @BaranPolice को आगाह करता हूं कि बेकसूर लोगों को झूठे मुकदमों में न फंसाया जाए।
— Pratap Singh Singhvi (@PratapSSinghvi) April 11, 2021
मामले की जानकारी मिलने पर विधायक प्रताप सिंह सिंघवी रविवार शाम को ही जयपुर से छबड़ा के लिए रवाना हो गए।
छबड़ा पहुंच कर विधायक सिंघवी ने कहा है कि,
छबड़ा में हुई हिंसा बहुत ही निंदनीय है और प्रशासन इसके लिए पूर्णतया जिम्मेदार है। मैं सरकार से मांग मांग करता हूं की प्रशासन को आदेश दे कि शांति समिति में किसी भी उपद्रवी को नहीं रखा जाए। जांच पूर्णतया निष्पक्ष हो तथा दोषियों को कठोर सजा दी जाए।प्रशासन अगर मुलजिमों को ही समिति में रखता है तो जांच निष्पक्ष नहीं होगी। साथ ही निर्दोष व्यापारियों का जो नुकसान हुआ उसकी भरपाई की जाए।
राजस्थान में बारां जिले के छबड़ा कस्बे में दो समुदाय के युवकों में शनिवार शाम को बाइक खड़ी करने को लेकर हुई कहासुनी और झगड़े ने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया. रविवार को दोपहर में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा में दंगाईयों ने दोनों समुदाय के लोगों की करीब एक दर्जन दुकानों में आग लगा दी. जिसके बाद बारां जिला कलेक्टर राजेंद्र विजय ने हालात बेकाबू होने पर छबड़ा कस्बे में कर्फ्यू लगा दिया है. कोटा संभागीय आयुक्त कैलाश चंद मीणा ने अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए पूरे बारां जिले में 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा और एसएमएस सेवा को बंद कर दिया है.