“अनूठे अंदाज़ में मनाया गणतंत्र दिवस”
झंडा फहरा कर,देशभक्ति के गीत गाकर या सांस्कृतिक आयोजनों के द्वारा गणतंत्र दिवस मनाना आम बात है लेकिन जयपुर में रह रहे कुछ युवाओं ने इस सबसे हटकर कुछ ऐसा किया है जिसे हम सभी को सराहना चाहिए,तो आइए जनमानस राजस्थान के माध्यम से हम आपको परिचित करवाते हैं कुछ ऐसे ही युवाओं से ओर उनकी अनूठी पहल से।
26 जनवरी का इंतज़ार बच्चों को बड़ी शिद्दत से होता है ताकि वो स्कूल जाऐं वहां सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनन्द लें और फिर लड्डू संग घर लौट आएं।
लेकिन हम भूल जाते हैं ऐसे बच्चों को जो इन सब मौज मस्तियों से बहुत दूर हैं,जी हाँ ऐसे बच्चे जो अपने परिवार संग या तो फुटपाथ पर रह रहे हैं या कहीं कच्ची बस्तियों में।
ऐसे ही बच्चों की तलाश में गणतंत्र दिवस की इस सुबह दिलीप अपने कुछ दोस्तों के साथ निकल पड़ा उन्हें ये बताने की ज़िंदगी का सही मतलब क्या है ? देश की आज़ादी के बाद वह आज भी क्यूं आज़ाद नही रहना चाहते हैं,दिलीप ने जनमानस को बताया कि वह और उनके दोस्त ऐसे बच्चों के माता पिता से मिले और उन्हें अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए मोटिवेट किया
दिलीप गत वर्ष जयपुर के सुबोध महाविद्यालय से पासआउट हुआ है और उसमें ऐसे बच्चों के लिए कुछ करने की ललक है जो बच्चे इन अवसरों पर स्कुल के लड्डुओं से अछूते रह जाते हैं।
आखिर में बस यही की हमारे देश को दिलीप जैसे युवाओं की ज़रूरत है जो ये सब करने का जज़्बा रखते हैं।
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