।। भाजपा- कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों को परास्त कर लोकतांत्रिक मोर्चे को मजबूत करे – अमराराम ।।
तीसरे मोर्चे की राह तक रही राजस्थान की जनता को “राजस्थान लोकतांत्रिक मोर्चे” के रूप में अपना विकल्प मिल गया है।
भाजपा – कांग्रेस की नीतियों से त्रस्त राजस्थान की जनता ने अब इन दोनों राजनीतिक दलों से अपना नाता तोड़ने का मन बना लिया है।
महंगाई की मार , बेरोजगारी , बिगड़ी कानून व्यवस्था , कृषि ऋण , उपज का भाव न मिलना , हिंसा जैसी विकट समस्याओ को झेल रही राजस्थान की जनता भाजपा व कांग्रेस की ” एक बार तू , एक बार मे ” की नीति से तंग आ चुकी है । पूंजीवादी व्यवस्था की संरक्षक दोनो ही पार्टिया , पैसा फेको राज बनाओ ओर राज के जरिये लूट मचाओ के सिद्धांत पर कार्य करती है ।
मेहनतकश की आवाज सत्तापक्ष सुनता नही है , ओर विपक्ष कुछ बोलता नही है , यही कारण है कि गत सालो में सेकड़ो किसानों ने आत्महत्या कर अपने प्राण त्याग दिए।
किसान हो या व्यापारी , शिक्षक हो या विद्यार्थी , सरकारी कर्मचारी हो या निजी कर्मचारी सभी व्रज इन दोनों दलों की नीतियों से त्रस्त हो चुके है।
ऐसे हालात में जनहितकारी नीतियों पर आधारित वैकल्पिक व्यवस्था कायम करने के अलावा कोई रास्ता नही। इसलिए भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी , भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी ( मार्क्सवादी) , जनता दल (सेक्यूलर) , समाजवादी पार्टी , एम.सी.पी.आई (यु) , भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (एम. एल) ने मिलकर राजस्थान लोकतांत्रिक मोर्चे का घटना किया है , जो एकजुट होकर सभाएं , नीतियों के साथ आगामी विधानसभा चुनाव में जायेंगे व राजस्थान की 200 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेंगे।
मोर्चे ने कॉमरेड अमराराम को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किया है।