गाय से लोग मर रहे है और गायो की वजह से लोग मर रहे है
सरकार बदलने के बाद भी बेखौफ है कथित गौरक्षक
साल खत्म होते होते सरकार बेशक बदल गई लेकिन तथाकथित गौरक्षक जो कि गौरक्षक तो है या नही लेकिन निश्चित तौर पर वह गुंडे जरूर है जिन्हें ना तो पुलिस का खौफ है ना कानून का यही कारण है कि राजस्थान में बेशक सरकार बदल गई है लेकिन तथाकथित गौरक्षक गुंडे आज भी पहले की तरह बेख़ौफ़ होकर कानून को हाथ मे लेकर सरकार को चुनौती दे रहे है कि बेशक सरकार बदल गई हो हम नही बदलेंगे। अलवर जो कि पूरे देश मे मोबलिंचीग के रूप में बदनाम हो चुका है पिछले 5 वर्ष के भाजपा के राज में यहाँ पर पहलू खान से लेकर,अजमत, रकबर तक कई अल्पसंख्यको की गाय रक्षा के नाम पर हत्या हुई और उन हत्यारो पर पर कोई प्रभावी कार्यवाही नही हुई यही कारण है कि इन तथाकथित गौरक्षो को कानून का कोई भय नही है इनके इन्ही बुलंद हौसलो का परिणाम है कि सरकार बदलने के कुछ ही दिनों के भीतर इन्होंने गाय ले जा रहे सगीर व मुश्ताक पर जानलेवा हमला किया जिसमें मुश्ताक तो अपनी जान बचा कर भाग गया लेकिन सगीर को इन हमलावरों ने बुरी तरह घायल कर दिया जिसके कारण सगीर जयपुर के एस एम एस अस्पताल में भर्ती है। आज में राजस्थान नागरिक मंच के प्रतिनिधि की हैसियत से बसंत हरियाणा व जमाते इस्लामी हिन्द के डॉक्टर इक़बाल सिद्दीकी के साथ एस एम एस अस्पताल में सग़ीर से मिले! सबसे बड़ा सवाल यह है कि एक बारी यह मान भी लिया जाय कि यह गौ तस्कर है तो भी भीड़ को किसने अधिकार दिया कि वह कानून हाथ मे ले और जानलेवा हमला करे? और पुलिस जानलेवा हमला करने वालो पर साधारण मारपीट का केस दर्ज कर उन हमलावरों की जमानत का रास्ता साफ कर दे