समाजसेवी अन्ना हज़ारे ने दिल्ली के रामलीला मैदान में फिर से अनशन शुरू कर दिया है. सात साल पहले भी वो इसी रामलीला मैदान पर भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मांग को लेकर अनशन पर बैठे थे.
अन्ना लोकपाल की नियुक्ति और किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य के लिए सरकार से ऐक्शन प्लान की मांग कर रहे हैं.
अनशन शुरू करने से पहले अन्ना हजारे का कहना था कि “मैंने बीते चार सालों में मोदी सरकार को 43 चिट्ठियां लिखीं, लेकिन मुझे किसी का भी उत्तर नहीं मिला. इसलिए मैं अमरण अनशन पर बैठने के लिए बाध्य हो गया हूं.”
अन्ना हजारे का कहना है कि ये मेरे जीवन का आखरी आंदोलन है, या तो केंद्र सरकार हमारी माँगे पूरी करें। या मैं इसी रामलीला मैदान में प्राण त्याग दूँगा ।