अलवर के रामगढ़ से भाजपा विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने आज तक मे इंटरव्यू दिया है कि मेरे ही लोगो ने अकबर को रामगढ़ में मारा था और मैं सुप्रीम कोर्ट तक भी देख लूंगा।
अकबर के साथ रहे घटना के चश्मदीद असलम ने भी यही कहा कि मरने वालों ने कहा कि जो भी होगा mla ज्ञानदेव आहूजा देख लेंगे उसके बाद मारना शुरू कर दिया।
United Against Hate के नदीम खान का कहना है कि ” देश मे कानून का संविधान का शासन है या ज्ञानदेव जैसे राजनैतिक माफियाओं का जो एक समानांतर सत्ता चलाते है जिनके इशारे पर घायल व्यक्ति को पहले थाने ले जाकर नहलाया जाता है निशान मिटाए जाते है उसके बाद अस्पताल पहुचाया जाता है यानी 4 घण्टे बाद, बाकी इन सब मे बूढ़े कंधे जो जवान बेटे की लाश को कंधा देकर आये है और वो 7 बच्चे जो अपने बाप को तलाश कर रहे है उनके सवालों का जवाब कौन देगा”
अलवर में हुई मॉब लिंचिंग की घटना में एक चश्मदीद का कहना है कि पुलिस ने पीड़ित अकबर खान को अस्पताल पहुंचाने से पहले जानवरों ( गायों ) को गौशाला पहुंचाया। पुलिस को 3 किमी दूर अस्पताल पहुचने में 4 घण्टे लग गए।
सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता अलवर पुलिस अधीक्षक का निलंबन और ज्ञान देव आहूजा की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं।
कल सोमवार को रामगढ़ थाने में IG क्राइम ने रकबर के पिता से मुलाकात की। स्पेशल डीजी एनआर के रेड्डी का कहना है कि सरकार ने 4 मेम्बर की कमेटी को अलवर के रामगढ़ भेजा गया था । हमने शुरुआत में पाया पुलिस की थोड़ी लापरवाही रही है। पुलिस कड़े कदम उठाती तो घटना नही होती, जांच अफसर को निलंबित किया गया है, 3 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है।
Shame on u mr. Gyaan dev Ahuja, u are showing that BJP and it’s parental body is how much dangerous for civilization..