यह जनता है सब जानती है!
हरियाणा की जींद विधानसभा और राजस्थान की रामगढ़ विधानसभा के आज आये नतीज़ों से वह दौर भी समाप्त हो गया जिसका इंतजार देश की प्रमुख पार्टियों के आला राजनेताओं को था, कहने को तो यह सिर्फ विधानसभा उपचुनाव ही था लेकिन सक्रियता इस कदर के जैसे फाइनल के लिए खिलाड़ियों का चुनाव किया जा रहा हो!
इसके परिणाम से ऐसा प्रतीत हो रहा है जनता ने दोनों पार्टियों को ठीक समय पर आईना दिखाया है,ऐसे कहने में संकोच भी नहीं किया जा सकता की राफेल को आरक्षण उड़ा ले गया, एक तरफ “राफेल” के अलाप लगाने वाले स्वयं ही पस्त हो गए तो दूसरी तरफ आरक्षण लॉलीपॉप का मीठास ही गायब हो गया!
मैं तो बस आरक्षण और राफेल के विपरीत एक ही आलाप लगाना पसंद करूंगा-(यह जनता है सब जानती है!) क्योंकि मैं भी एक जनता हूं,
अब तो वह मौसम भी आ चुका है 2019 के होने वाले फाइनल प्रतियोगिता का, इसके लिए कोई “मन” की बात करेंगे तो कोई “अमन” की कोई “राम” की दोहाई देंगे तो कोई “जेनेऊ” होने का प्रमाण,लेकिन उन शब्दों को सब भुला देंगे जिनसे याद की जा सकती है पिछले 4 साल में उजड़े हुए ‘मन’ के चमन को, इस उजड़े हुए चमन को जिसमें ‘अखलाक’ पहलू’ तथा रोहित जैसे कितने बेकसूरों को अपनी जान के लाले पड़ गए।
अब तो बस हम जनता ही याद कर सकते हैं अपने उजड़े चमन को गुले गुलजार करने के लिए बस आवश्यकता है अपनी भागीदारी को सही दिशा में सुनिश्चित करने की और वह संभव तभी हो सकता है जब हम अपने मत का प्रयोग सही दिशा में करेंगे,
–महताब आलम ,बिहार
(लेखक युवा कलमकार हैं, विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में इनके लेख छपते रहते हैं)