कोरोना संकट के बीच राजस्थान सरकार के छात्रों, युवाओं से जुड़े तमाम सरकारी आदेशों पर कोई ना कोई विवाद खड़ा हो रहा है। हालांकि इन सब के इतर छात्रों के कई मुद्दे हैं जिन पर वह सुनवाई या कोई फैसला लेने की मांग कर रहे हैं।
इसी बीच छात्रों से जुड़ी कई मांगों एवं अगले साल प्रमोट करने के मुख्य आदेश पर विरोध जताते हुए राजस्थान विश्वविद्यालय में एबीवीपी के छात्रनेता सौरभ भाकर ने खून से पत्र लिखकर कुलपति को सौंपा।
पत्र में भाकर ने कुलपति के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को तमाम मांगों एवं समस्याओं से अवगत करवाने की मांग की।
मालूम हो कि हाल में राजस्थान के उच्च शिक्षामंत्री भंवर सिंह भाटी ने कॉलेज छात्रों (पहले और दूसरे साल के) को प्रोविजनल प्रमोट करने के आदेश जारी किए थे।
जनमानस राजस्थान से बातचीत करते हुए सौरभ ने बताया कि,
उच्च शिक्षा मंत्री के प्रोविजनल प्रमोट करने के आदेश से हजारों छात्र असमंजस की स्थिति में हैं क्योंकि यदि कोरोना संकट की स्थिति दिसम्बर तक समान्य नहीं हुई हो छात्र कैसे पिछले साल की परीक्षा दे पाएंगे।
आगे जोड़ते हुए भाकर ने कहा कि, हमने आज इस ज्ञापन के जरिए मुख्यमंत्री महोदय से यही निवेदन किया है कि विद्यार्थियों को प्रोविजनल प्रमोट ना कर पूर्ण रूप से अगले साल में प्रमोट किया जाए।
राज्य सरकार ने ताजा फैसले के मुताबिक शिक्षा संकाय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में अंतिम वर्ष को छोड़कर बाकी सभी वर्ष के छात्रों को अगली कक्षा या साल में अस्थाई रूप से क्रमोन्नत करने के आदेश जारी हुए हैं। उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी के अनुसार सरकार ने बी.एड, बीए बीएड/बीएससी बीएड, एमएड, बीएड एमएड, बीपीएड, एमपीएड में पढ़ने वाले अन्तिम वर्ष के विद्यार्थियों को छोड़कर बाकी सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों को उनकी अगले साल में प्रोविजनली प्रमोट करने के आदेश जारी किए हैं।
इसके अलावा छात्रनेता भाकर ने अपनी अन्य मांगों में छात्रों का परीक्षा शुल्क माफ करने से लेकर स्नातक और स्नातकोत्तर के छात्रों की सत्र 2020-21 की पूरी फीस माफ करने की मांग की।
वहीं राजस्थान के विभिन्न हिस्सों में किराए पर रहने वाले छात्रों और बेरोजगारों के किराये की समस्याओं के बारे में मुख्यमंत्री को अवगत कराया।