जयपुर- शहर में बुधवार को स्कूल और कक्षाओं में अनुशासन का पाठ पढ़ाने वाले शिक्षक आज अपनी विभिन्न माँगों को लेकर सड़कों पर उतर आए ।
बुधवार को शाम 4 बजे टीचर्स कम्युनिटी का राजस्थान सरकार पर आक्रोश और गुस्सा फुट पड़ा ,वजह रही राजस्थान के शिक्षा मंत्री का आदेश -जिसमें नो स्कूल नो फीस की बात को हवा दी गयी थी.
कल सरकार से जारी आदेश में पहले कहा गया कि स्कूल की फीस 3 माह तक नही चुकानी होगी लेकिन अब गहलोत सरकार का ये फैसला की जब तक स्कूल ना खुले तब तक कोई फीस नही ली जाएगी शिक्षकों को सड़कों पर ले आया ।
इसपर जयपुर के सभी प्राइवेट स्कूलों के टीचर्स ने अपने सामने आने वाली तमाम समस्याओं पर चिंता जाहिर करते हुए सरकार के नो स्कूल नो फीस निर्णय के खिलाफ विरोध के चलते सेंट्रल पार्क में एकत्रित हुए ।
सेंट एंसलम स्कूल की टीचर मनीषा मल्होत्रा और सेंट ज़ेवियर के टीचर निखिल जोस का कहना है कि यदि छात्र विद्यालय नही आ पा रहे हैं तो वे ऑनलाइन क्लासेस के ज़रिए पढ़ाई कर रहे हैं जिसमें बाकायदा स्कूल के टीचर्स अपने खर्चे, मेहनत और बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए उन्हें पढ़ा रहे हैं ऐसे में ऑनलाइन क्लासेस के समक्ष अभिभावकों का स्कूली फीस देना लाज़मी बन जाता है, मसलन यदि अभिभावक ही फीस नही देंगे तो तमाम प्राइवेट स्कूल के टीचर्स भला अपना खर्च कैसे चलाएंगे और खुद स्कूल भी कब तक टीचर्स को पैसा देते रहेंगे ? ऐसे में सरकार का ये फैसला आगे आने वक़्त में काफी बवाल मचा सकता है ।
बहरहाल टीचर्स कम्युनिटी के द्वारा अपनी इस समस्या को प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री , मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को भी ज्ञापन दिया गया है ।