चुरू से राहुल कस्वां का टिकट फाइनल, क्या कस्वां परिवार को फिर स्वीकार करेगी जिले की जनता ?
भाजपा ने लोकसभा चुनावों के लिए 3 और उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। चुरू लोकसभा सीट से वर्तमान सांसद राहुल कस्वां को एक बार फिर मौका दिया गया है।
बीजेपी आलाकमान ने नेताओं के आपसी वर्चस्व की लड़ाई को दरकिनार करते हुए राहुल कस्वां पर भरोसा जताकर एक बार फिर यह साबित किया है कि कस्वां परिवार का दबदबा चुरू की राजनीति में एक अलग स्थान रखता है।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से चुरू लोकसभा सीट पर गैर जाट चेहरों की संभावनाएं तलाशी जा रही थी। इस दौरान बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने भी कस्वां को टिकट ना देने का अंदरूनी तौर पर विरोध किया था।
सबसे ज्यादा मार्जिन से जीतने वाले नेता हैं राहुल कस्वां
37 साल के राहुल कस्वां ने ग्रेजुएशन तक पढ़ाई की है। वहीं 2,94,739 वोटों के अंतर से जीतकर चूरू लोकसभा सीट से अब तक के सबसे ज्यादा मार्जिन से जीतने वाले सांसद रहे हैं।
कस्वां परिवार का जिले की राजनीति में है दबदबा
चुरू जिले की राजनीति पर अगर बात की जाए तो कस्वां परिवार का दबदबा सालों से यहां कायम है। राहुल कस्वां के पिता रामसिंह कस्वां चूरू से चार बार सांसद रह चुके हैं वहीं उनकी पत्नी कमला कस्वां भी सादुलपुर से विधायक रह चुकी हैं।
अब देखना यह होगा कि कस्वां परिवार की राजनीति को जिले की जनता आगे स्वीकार करती है या नहीं, ये आने वाला वक़्त तय करेगा।
इसके अलावा रही बात नेताओं में वर्चस्व की लड़ाई तो वो कांग्रेस और बीजेपी दोनों में इन दिनों दिखाई दे रही है।