राहुल ने शनिवार को CWC की बैठक में बतौर अध्यक्ष कुछ मुश्किलों को ज़िक्र किया.
उन्होंने कहा कि पार्टी के बड़े नेता अपने बेटों को ही आगे बढ़ने में लगे रहते हैं. उनका कहना है कि वे पार्टी को मजबूत करने के लिए हमेशा काम करते रहेंगे, लेकिन वो अपना इस्तीफा वापस नहीं लेंगे.
कल जब मीटिंग हुई तो कांग्रेस के किसी भी नेता ने मीडिया से बात नहीं की. बाद में पार्टी के प्रवक्ताओं की ओर से बयानजारी किया गया जिसमें जानकारी दी गई कि बैठक में क्या बातें हुईं.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र वैभव गहलोत ने लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और हार गए वहीं कमलनाथ के बेटे मुकुल नाथ ने छिंदवाड़ा से लड़ा हालाँकि वो जीत गए लेकिन इन पर आरोप लगते रहे कि दोनों मुख्यमंत्रियों ने पार्टी हित से ज़्यादा अपने बेटों को आगे बढ़ाने के लिए काम किया इस पर कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में राहुल गांधी नाराज़ नज़र आए!
राहुल गांधी नहीं चाहते थे कि किसी बड़े नेता का परिवार से कोई चुनाव लड़े लेकिन राहुल गांधी की इच्छा के विरुद्ध दोनों मुख्यमंत्रियों ने अपने पुत्रों को चुनाव लड़वाए!
यह बात राहुल गांधी ने तब कही जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस को स्थानीय स्तर पर मज़बूत नेता की ज़रूरत है!
राहुल गांधी ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी बहुत खराब प्रदर्शन किया है जबकि यहां पार्टी की ही सरकारें हैं.