बारां। राजस्थान के बाराँ शहर में हजरत पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर सोमवार को ईद मिलादुन्नबी का जुलूस अकीदत वह पूरे एतराम के साथ निकाला गया। मर्कजी तंजीम अहले सुन्नत के तत्वाधान में जश्न ए ईद मिलादुन्नबी का जुलूस बारां शहर काजी अब्दुल कय्यूम, अहले सुन्नत सदर मोहम्मद आबिद देशवाली ,अंजुमन सदर माजिद सलीम , जाकिर मंसूरी ,अशरफ देशवाली, वक्फ बोर्ड सदर इरफान अंसारी , सलाम कादरी,शाहिद कुंडी आदि ने हरी झंडी दिखाकर मेला मेदान से रवाना किया। जुलूस शहर के शॉपरियान दरवाजे से होता हुआ अंजुमन चौराहा ,धर्मादा चौराहे एवं प्रताप चौक से बड़ी सब्जी मंडी पहुंचा। इस दौरान जुलूस में शामिल मुस्लिम समाज के लोगों ने नबी ए करीब हजरत मोहम्मद साहब की आमद पर नात-नज्म पढ़कर अपनी अकीदत का इजहार किया। तत्पश्चात यहां देश में अमन और शांति की दुआ के साथ सलातो सलाम पढ़ा गया।
मेला मेदान से रवाना हुए जुलूस में सबसे आगे मुस्लिम धर्मावलम्बी जश्ने ईद मिलादुन्नबी मुबारकबाद और धार्मिक झंडा लहराते हुए चल रहे थे। जुलूस में रईसउद्दीन शेख ,जोइ अलिफ अंसारी,इरफान अशरफी,कदीर मिर्जा,जफर इकबाल,शाहिद इकबाल भाटी,मो. शफी,हाफिज अय्यूब रिजवी,हाफिज इंसाफ,हाफिज इरफान,अनवर हाशमी,राहिल हाशमी,समीर राइन,अखलाक अंसारी , रईस फैजी ,रईसुद्दीन, आदि हज़ारों की संख्या में लोग जुलूस में शामिल रहे।
प्रताप चौक चौराहे पर जुलूस के रूट को लेकर जुलूस में शामिल कुछ नौजवानों और पुलिस के बीच मामूली कहासुनी नोकझोंक भी हुई जिसको पुलिस प्रशासन से आपसी समझाइश करके सुलझा लिया और पूरा जुलूस शांतिपूर्वक निकाला गया। जुलूस शांति पूर्वक खतम होने के बाद कुछ मीडिया में जुलूस के दौरान पथराव और साम्प्रदायिक तनाव होने की झूठी ख़बर चलने पर बारां पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी ने वीडियो और लिखित बयान जारी कर इसका खंडन किया और अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील भी जारी की।
जुलूस में शामिल लोगों ने भी सांप्रदायिक तनाव और पत्थरबाजी की झूठी ख़बर चलने पर रोष जताते हुए ऐसी ख़बर चलाने वालों पर कार्रवाई करने की मांग की है। जुलूस में शामिल शाहिद इकबाल भाटी ने बताया कि बारां की ख़बर के साथ टीवी न्यूज़ चैनल पर पत्थरबाजी का जो वीडियो दिखाया गया वो बारां का है ही नहीं। पूरे जुलूस के दौरान कहीं से कोई एक कंकर भी नहीं मारा गया बल्कि पूरे शहर में हर जगह जुलूस का स्वागत किया गया और पूरा जुलूस शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ इसके बावजूद कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की झूठी ख़बर और अफवाह फैला कर शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है ऐसे लोगों पर पुलिस प्रशासन को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।