राजस्थान में 2018 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनी!
कांग्रेस ने सौ से ज़्यादा सीट जीतकर सरकार बनायी जिसमें से आठ मुस्लिम विधायक भी जीते.
जहाँ तक मुसलमानों की बात है यह एक मात्र ऐसा समुदाय है जिसने शत प्रतिशत मतदान कांग्रेस के पक्ष में किया. उसके कई कारण हैं!
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के कार्यकाल में राजस्थान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के जो मामले सामने आए उस से मुस्लिम समुदाय में गहरा रोष था!
इसलिए तमाम अल्पसंख्यक और दलित समुदाय ने मिलकर भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस का साथ दिया!इस उम्मीद में कि शायद कांग्रेस की सरकार आने के बाद उन पर हो रहे अत्याचारों में कमी आएगी!
लेकिन जैसे ही कांग्रेस सरकार आयी है इन अत्याचारों में बढ़ोतरी ही हुई बल्कि अत्याचार सरकारी संरक्षण में पलने लगे!
भीलवाड़ा में एक दलित गंगाराम की कथित हत्या की गई !
जयपुर जेल में बंद मुस्लिम कैदियों पर हमले किए गए थे जिसमें जेलर की भूमिका भी संदेहास्पद बतायी गई!
इस पर भी राजस्थान के किसी मंत्री सरकार और मुख्यमंत्री की तरफ़ से निंदा तक का समय नहीं था!
उसके बाद झुंझुनू में एक मुस्लिम दंपति पर अत्याचार का वीडियो भी सामने आया!
इस बार फिर एक नया मामला सामने आया है जिसमें बारा ज़िले के मांगरोल क़स्बे के रहने वाले मोहम्मद रमज़ान की पुलिस कर्मियों ने ही कथित तौर पर मारपीट करके हत्या कर दी!
दरअसल मोहम्मद रमज़ान के किसी मामले में सजायाफ्ता क़ैदी था जो मांगरोल की जेल में बंद था!
परिजनों के अनुसार रमजा़न गार्डों के द्वारा पाइप से मारा गया! उसके बाद कोटा के एक अस्पताल में रमज़ान में दम तोड़ दिया!
गहलोत और पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री है दोनों ही मुस्लिम बाहुल्य सीटों से जीते हैं!
लेकिन मोहम्मद रमज़ान की मौत पर दोनों ही चुप है शायद इसलिए कि मुसलमानों के पक्ष में बोलने पर उनके सॉफ़्ट हिंदुत्व पर चोट लगती है!
कांग्रेस सरकार आए हुए अभी तीन महीने भी नहीं हुए कि राजस्थान में मुसलमानों के साथ अत्याचार की नई सीरीज़ शुरू हो गई!