पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्षी महागठबंधन की एकजुटता दिखाने के लिए कोलकाता में एक जनसभा का आयोजन किया।
जनसभा में विपक्ष के सभी बड़े नेता शामिल हुए, जिसमें कांग्रेस की तरफ़ से मल्लिकार्जुन खड़गे और अभिषेक मनु सिंघवी शामिल हुए, वंही समाजवादी पार्टी की तरफ से उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, फारुख अब्दुल्ला, शरद पंवार, मायावती की जगह बसपा की तरफ से सतीश मिश्रा, जयंत चौधरी, हार्दिक पटेल सहित विपक्ष के तमाम बड़े नेता इस जनसभा में शामिल हुए।
रैली में सबसे चौकाने वाली बात भाजपा के तीन पूर्व केंद्रीय मंत्रियों का शामिल होना रहा। शत्रुघन सिन्हा, यशवंत सिन्हा और अरूण शौरी भाजपा के वरिष्ठ नेता है, ये तीनों भी मोदी सरकार के खिलाफ बन रहे गठबंधन में शामिल हुए।
शत्रुघन सिन्हा अभी बिहार के पटना साहिब से भाजपा के सांसद है और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रह चुके है। शत्रुघन सिन्हा ने मंच से चौकीदार चोर है का नारा भी लगाया और कहा कि अगर सच कहना बग़ावत है तो समझो मैं भी बाग़ी हूँ।
यशवंत सिन्हा भी भाजपा के वरिष्ठ नेता है और भाजपा की वाजपेयी सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री और विदेश मंत्री रह चुके है। यशवंत सिन्हा ने भी मंच से जनसभा को सम्बोधित किया और केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला।
अरूण शौरी भी भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं और वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।
अब देखना होगा कि वरिष्ठ नेताओं के इन बगावती तेवरों पर भाजपा क्या कार्यवाही करती है।