दिल्ली JNU के पूर्व छात्र नेता उमर ख़ालिद पर आज दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब के बाहर अज्ञात बदमाशों ने बंदूक से हमला कर दिया!
हालाँकि उमर ख़ालिद पूरी तरह सुरक्षित हैं!बताया जा रहा है कि यूनाइटेड अगेंस्ट हेट संगठन के प्रोग्राम “ख़ौफ़ से आज़ादी” में उमर यहाँ शामिल होने आए थे!हमलावर को पकड़ने के लिए लोग भागे लेकिन वो भाग गया!
पिस्तौल घटना स्थल पर छोड़ कर भाग गया!
अब सवाल ये है कि छात्रों पर इस तरह के हमले आख़िर कौन करवा रहा है!
उमर ख़ालिद ने हाल ही में आदिवासियों पर एक रिसर्च की है!
क्या आदिवासी समुदाय की कहानी किसी को नहीं भा रही है!
देश में ऐसा आतंकित वातावरण आख़िर कौन पैदा कर था है!
एक छात्र से सरकार कितना डरती है कि उसे मारने के लिए हर तमाम प्रयास कर रही है. ये जो भी हुआ उसके लिए मीडिया ज़िम्मेदार है उसने Umar Khalid को किस तरफ दर्शाया और उसके खिलाफ नफरत पैदा की. नाम और मजहब के चलते ये आसान हो जाता है कि उसके खिलाफ़ नफ़रत को आसानी से फैलाया जा सके.