राजस्थान में इन दिनों हर कोई क्षुब्ध है परेशान है और ग़ुस्से में है !
क्योंकि राजस्थान के अलवर ज़िले में थानागाजी क्षेत्र में एक दलित पति पत्नी के साथ शर्मसार कर देने वाली घटना हुई है.
गाँव के कुछ दबंगों ने दलित पति पत्नी को रोककर पत्नी के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया वो दरिंदे यहीं नहीं रुके बल्कि उन्होंने इस घटना का वीडियो बनाया और उसे वायरल किया.
पूरे देश में इस शर्मसार कर देने वाली घटना की निंदा हुई पुलिस पर आरोप लगा कि उसने मामले को इलेक्शन तक दबाया!
चूँकि राजस्थान में दूसरे चरण के चुनाव छह मई को थे और यह मामला 26 अप्रैल का था आरोप प्रत्यारोप हुए!
दलित नेता और गुजरात से विधायक जिग्नेश मेवाणी 16 दिन बाद अलवर दुष्कर्म प्रकरण में सामने आए और सामने आकर कह डाला कि राजस्थान की सिविल सोसाइटी कही सो रही है.
जिग्नेश मेवाणी सोलह दिन बाद मामले में क्यों आए पहला सवाल तो यही है.
दूसरी बात यह है कि जिस दिन से यह मामला प्रकाश में आया राजस्थान की तमाम सिविल सोसायटी इस मामले पर लग गई यहाँ तक कि मुसलमानों की प्रमुख जमात जमात ए इस्लामी हिंद के एक डेलिगेशन ने जाकर परिवार के सदस्यों से मुलाक़ात की उन्हें सांत्वना दी तथा दूसरे दिन जयपुर में प्रेस कॉन्फ़्रेन्स कर सरकार पर तीखे प्रहार किए.
http://caravandaily.com/rajasthan-jamaat-holds-gehlot-govt-responsible-for-inaction-in-alwar-https://m.etvbharat.com/hindi/rajasthan/city/jaipur/blame-on-former-minister-hemsingh-bhadana-in-thangaji-gangrape-case/rj20190509202441516?content_id=rj20190509202441516&content_type=article&media_type=news&language=hindi&details_link=news-details-rajasthan&state=rjgang-rape-case/
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता निशा सिधु एक डेलिगेशन के साथ अलवर गई थानागाजी में उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाक़ात की DGP से मुलाक़ात की तथा प्रेस कॉन्फ़्रेन्स कर मामले को दबाने वाले भाजपा के नेता हेम सिंह भड़ाना को भी एक्सपोज किया.
https://m.etvbharat.com/hindi/rajasthan/city/jaipur/blame-on-former-minister-hemsingh-bhadana-in-thangaji-gangrape-case/rj20190509202441516?content_id=rj20190509202441516&content_type=article&media_type=news&language=hindi&details_link=news-details-rajasthan&state=rj
इस मामले में पीपल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टी PUCL ने भी काम किया तथा लगातार उनकी नज़र इस पर बनी हुई है PUCL ने CM गहलोत को ज्ञापन दिया जिसके बाद CM गहलोत ने 3 नए क़ानून बनाने के लिए घोषणा की.
अब सवाल उठता है कि जिग्नेश मेवाणी जैसे महत्वाकांक्षी नेताओं को क्या कहा जाए.
यही कहा जा सकता है की जिग्नेश मेवाणी इस पर अपनी गंदी राजनीति कर रहे हैं!
इस मामले में भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण ने भी थानागाजी जाकर परिवार से मुलाक़ात की तथा जयपुर में एक बड़ा आंदोलन किया!
लेकिन स्वघोषित दलित ठेकेदारी का पट्टा लिए घूम रहे जिग्नेश मेवाणी को यही कहा जा सकता है की जिग्नेश मेवाणी इस पर अपनी गंदी राजनीति कर रहे हैं!
ख़ुद उनकी नियत और राजनीति पर श़क होना लाज़मी है.
इसका ज़िक्र राजस्थान के दलित चिंतक और सामाजिक कार्यकर्ता भँवर मेघवंशी ने फ़ेसबुक पर किया है