जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में रविवार को जहां एक और गहलोत सरकार में नए मंत्री मंडल का गठन किया जा रहा था, नए मंत्री बनने की खुशियां मनाई जा रही थी, वहीं दूसरी और जयपुर की सड़कों पर मदरसा पैरा टीचर्स, शिक्षा कर्मी, राजीव गांधी पैरा टीचर्स और हजारों संविदा शिक्षक आक्रोश रैली निकाल रहे थे। कांग्रेस की सरकार ने इनसे चुनावी घोषणा पत्र में यह वादा किया था कि सरकार बनने पर इन्हें नियमित किया जाएगा। आज वही वादा गहलोत सरकार को याद दिलाने के लिए यह संविदा कर्मी आंदोलन करने को मजबूर हैं।
रविवार दिनांक 21नवम्बर 2021 को शहीद स्मारक जयपुर से आक्रोश रैली निकाली गई जिसमे हजारो की संख्या मे संविदा शिक्षक और विभिन्न संगठन शामिल हुए।
रैली शहीद स्मारक से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय होते हुए चांदपोल पहुंची। चांदपोल से छोटी चौपड़,बङी चौपङ, रामगंज चौपङ होते हुए चार दरवाजा सर्किल पर पहुंची। चार दरवाजे पर विभिन्न संगठनो द्वारा रैली का भव्य स्वागत किया गया।
चार दरवाजे पर रैली को संबोधित करते हुए रैली संयोजक शमशेर भालू खान द्वारा सरकार की अनदेखी के खिलाफ विरोध प्रकट किया और चुनावी घोषणापत्र 2018 अनुसार नियमितीकरण करने की मांग की। वादा खिलाफी पर सरकार के प्रति आक्रोश व्यक्त किया।
सरकार को चेतावनी देते हुए शमशेर भालू खान ने आगामी दिनो मे जनसमर्थन से राज्य की सभी विधानसभाओ मे आक्रोश रैली निकलने की बात कही ।
पिछले 38 दिनो से शहीद स्मारक जयपुर पर संघर्ष समिति मदरसा पैराटीचर्स, राजीव गांधी पैराटीचर, शिक्षाकर्मी का अनिश्चितकालीन धरना लगातार चल रहा है। धरना संयोजक शमशेर भालू 32 दिन से अनशन पर बैठे है नियमितीकरण नही होने तक आंदोलन जारी रहेगा ।
संघर्ष समिति द्वारा आगे की रणनीति के अनुसार जिला स्तर पर समस्त समाजों का समर्थन हासिल कर प्रदेश के समस्त जिलों में रैली कर प्रदर्शन करेगें।