गुरुवार को सभी मुस्लिम संगठनों के संयुक्त संगठन राजस्थान मुस्लिम फोरम की एक बैठक जयपुर के मुस्लिम मुसाफ़िर खाने में हुई। बैठक में विधायक अमीन कागज़ी सहित मुस्लिम समुदाय के अलग अलग संगठनों के ज़िम्मेदार पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में मुस्लिम समुदाय के सभी ज़िम्मेदार लोगों ने यह कहा कि जयपुर में मुस्लिम समुदाय के छात्र छात्राओं के लिए हॉस्टल जरूर बनना चाहिए लेकिन वो कब्रिस्तान की ज़मीन पर नहीं बनना चाहिए।
सभी ज़िम्मेदार लोगों का यही कहना था कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वो अल्पसंख्यक छात्रावास के लिए जमीन उपलब्ध करवाए उसके लिए वक्फ की ज़मीन या कब्रिस्तान की ज़मीन का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
बैठक में मौजूद लोगों का यही कहना था कि हमारा विरोध हॉस्टल को लेकर नही है हॉस्टल जरूर बनना चाहिए लेकिन हमारा विरोध इस बात को लेकर है कि हॉस्टल कब्रिस्तान की ज़मीन पर नहीं बनना चाहिए।
गौरतलब है कि राजस्थान सरकार और केंद्र सरकार के अल्प संख्यक मंत्रालय की तरफ से जयपुर में अल्पसंख्यक छात्रावास का निर्माण होना प्रस्तावित है जिसके लिए 8 करोड़ रुपए का बजट भी पास हो चुका है लेकिन यह छात्रावास मोतीडूंगरी स्थित कब्रिस्तान की ज़मीन पर बनाया जाना प्रस्तावित है जिसका की समाज के लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है।
बैठक में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पास किया गया कि अल्पसंख्यक छात्रावास मोती डूंगरी कब्रिस्तान की ज़मीन पर नहीं बनना चाहिए, सरकार को उसके लिए अलग से जमीन उपलब्ध करवाना चाहिए।
विधायक अमीन कागज़ी ने समाज के लोगों को यह विश्वास दिलाया कि वो इस बात से मुख्यमंत्री को अवगत करवा देंगे और पूरी कोशिश करेंगे छात्रावास के लिए कहीं और जमीन उपलब्ध करवाई जाए।