जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव आगे बढ़ रहा है नेताओं के भाषण में तीखापन और उन्माद सीधा सीधा नज़र आ रहा है.
कोई इस चुनाव को अली और बजरंग बली की लड़ाई बताकर धार्मिक धु्रवीकरण करने की कोशिश कर रहा है तो कोई अधिकारियों को धमका रहा है.
ऐसा ही 1 मामला सामने आया आया है जोधपुर से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी और भारत सरकार में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का .
गजेन्द्र सिंह शेखावत प्रशासनिक अधिकारियों पर ही भड़क गए और इतना भड़के कि उन्हें धमकाने लगे.
मामला जोधपुर लोक सभा क्षेत्र के पोखरण विधान सभा का है!
शेखावत ने कहा की “पाँच साल बाद फिर से हमारी सरकार आ जाएगी मेरे पास सभी अधिकारियों की जन्मपत्री है और हमारी सरकार आने के बाद अगर मैंने अधिकारियों को उल्टा नहीं लटका दिया तो मेरा नाम भी गजेंद्र सिंह नही!
अब कोई शेखावत से पूछे कि प्रशासनिक अधिकारी सत्ता के ग़ुलाम हैं या फिर शेखावत ने उन्हें अपना बांदी बनाया हुआ है!
क्या शेखावत अधिकारियों से ये चाहते हैं कि वो उनका गुणगान कर रहे हैं उनके आगे पीछे घूम रहे हैं और उन्हें जिताने के लिए भरसक प्रयास में लग जाएं!
शेखावत के इस बयान की हर तरफ़ किरकिरी हो रही है!