बारां। चुनाव आयोग की वेबसाइट हैक कर फर्जी वोटर आईडी बनाने के मामले को लेकर सहारनपुर उत्तरप्रदेश से पांच सदस्यीय टीम ने बारा जिले के छबड़ा पहुंच कर आरोपी दीपक मेहता उर्फ टेक्निकल मेहता को अपनी कस्टडी में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
सहारनपुर पुलिस व छबड़ा पुलिस ने डीएसपी ओमेंद्र सिंह शेखावत के नेतृत्व में आरोपी दीपक मेहता की दुकान पर पहुंच कर मौका मुआयना कर कई दस्तावेज़ों को खंगाला और लैपटॉप और तीन मोबाइल फोन को जब्त कर लिया है।
चुनाव आयोग की वेबसाइट हैक कर फ़र्ज़ी वोटर आईडी बनाने के आरोपी दीपक मेहता को छबड़ा पुलिस ने 13 अगस्त शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया था जिसको 14 अगस्त शनिवार को यूपी की सहारनपुर पुलिस के हवाले कर दिया गया.
आरोपी दीपक मेहता भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट हैक कर फ़र्ज़ी वोटर आईडी बनाता था, आरोपी छबड़ा तहसील के रूपारेल गांव का रहने वाला है, पुलिस ने दीपक मेहता के साथ उसके भाई संजीव मेहता को भी गिरफ्तार किया है.
उक्त मामले में चुनाव आयोग के निर्देश पर देश की जांच एजंसियां अलर्ट हो गई थी, मध्यप्रदेश उत्तरप्रदेश एवं राजस्थान में चुनाव आयोग द्वारा अलग-अलग टीम बनाकर आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए भेजा गया था.
उक्त गिरोह के मास्टरमाइंड विपुल सैनी को उत्तरप्रदेश के सहारनपुर ज़िले के नकुड़ थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया था, सूत्रों के मुताबिक यह लोग मध्यप्रदेश के हरदा निवासी अरमान मलिक के निर्देश पर काम करते थे, गिरफ्तार विपुल सैनी एवं छबड़ा निवासी दीपक मेहता ने मिलकर चुनाव आयोग की वेबसाइट पिछले 3 महीने से हैक करके रखी थी, इनको फ़र्ज़ी वोटर आईडी बनाने पर अरमान मलिक के ज़रिये 100 से 200 रुपये प्रति आईडी तक भुगतान मिलता था. ऐसा बताया जा रहा है कि यह अब तक 10 हजार से ज्यादा फर्जी वोटर आईडी बना चुका है।
आरोपी दीपक मेहता ने पुलिस द्वारा प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि उसने विपुल सैनी के खाते में 12 से 14 लाख रुपये भेजने की बात भी बताई है, छबड़ा सीआई रामानंद यादव ने बताया कि आरोपी दीपक मेहता व उसके परिजनों के 5 अलग-अलग बैंकों के खाते सीज किये है जिनमें करीब 13 से 14 लाख रुपया जमा है।
बारां SP विनीत कुमार बंसल ने पत्रकारों से बात कर पूरे मामले की जानकारी दी
फर्जी वोटर आईडी कार्ड बनाने के मामले में बारां तथा यूपी से आई पुलिस ने पूरे मामले की गहन जांच पूछताछ के बाद बारां जिले के छबडा से दो आरोपियों को गिरफतार कर रवाना हो गई है। दोनों आरोपी सगे भाई है।
जिला पुलिस अधीक्षक बारां विनीत कुमार बंसल तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार ने पत्रकारो को बताया कि आरोपी दीपक मेहता ने करीब 50 लाख का काम किया था। जिसमें 25 लाख दीपक ने रखे एवं एकाउंट में आई इस राशि का आधा हिस्सा मुख्य मास्टर माइंड आरोपी के खाते में भेज दिया था। आरोपी दीपक ने अपने बैंक खाते से 5 लाख की राशि अपने भाई संजीव मेहता के खाते मे डाली तथा उसकी माबाईल सिम का उपयोग किया। यूपी पुलिस दीपक मेहता के भाई संजीव मेहता को भी गिरफ्तार करके लेेेे गई है।
बारां जिले के पुलिस अधिकारियों के अनुसार यूपी पुलिस अब तक बारां के छबडा क्षेत्र के दो जनों सहित इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफतार कर चुकी है। प्रकरण यूपी के सहारनपुर जिले का है और बारां के आरोपी की भागीदारी सामने आई ऐसे में बारां पुलिस का सहयोग रहा है।