-अशफ़ाक़ कायमखानी
सीपी जोशी 15वीं विधानसभा के अध्यक्ष बनाये गए
राजस्थान विधानसभा के दूसरे दिन कांग्रेस विधायक सीपी जोशी को अध्यक्ष चुना गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव किया। अनुमोदन गुलाब चंद कटारिया ने किया। इसके बाद उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, राजेंद्र राठौड़, महादेव सिंह खंडेला, बलवान पूनियां, कांति प्रसाद एवं राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने एक-एक कर प्रस्ताव रखे। इसका अनुमोदन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, महेश जोशी, आलोक बेनीवाल, बाबू लाल नागर, गिरधारी लाल और हनुमान बेनीवाल ने किया।
सीपी जोशी: 4 बार विधायक रहे हैं
सीपी जोशी नाथद्वारा से 4 बार विधायक बन चुके हैं। इसके साथ ही मनमोहन सरकार में केंद्र मंत्री भी रह चुके हैं। राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के भी अध्यक्ष रहे।
2008 विधानसभा चुनाव में जोशी सिर्फ 1 वोट से हार गए थे। बाद में 2009 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल कर मनमोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। इस दौरान वे पंचायतीराज, ग्रामीण विकास, भूतल परिवहन एवं राजमार्ग और रेल मंत्रालय के मंत्री रहे।
यूपीए सरकार जाने के बाद उन्हें राष्ट्रीय महासचिव बनाकर बंगाल, बिहार एवं असम का प्रभारी बनाया गया। एक समय ऐसा आया जब कांग्रेस ने सभी पूर्वोत्तर राज्यों का प्रभार जोशी को दे दिया। बिहार में महा गठबंधन जीता। लेकिन, बाद में लगातार पार्टी पूर्वोत्तर राज्यों में हारती गई।