मुश्किल घड़ी में हजारों परिवारों के चेहरे की मुस्कान की वजह बना विज़न-2026 संगठन !


कोरोना वायरस महामारी जिसने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा है। भारत में भी दिन प्रति दिन कोरोना के मरीजों की गिनती बढ़ती ही जा रही है।

कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए पूरे भारत में दो महीने से ज्यादा लॉक डाउन लागू रहा है। कोरोना महामारी और लॉक डाउन के इस दौर में हजारों परिवार ऐसे हैं जो दो वक़्त की रोटी के लिए मोहताज हो गए हैं।

भारत, जहाँ पर लोगों की मदद करने को पुण्य का दर्जा हासिल है वहां पर इस महामारी के दौर में भी हजारों लोगों और समाज सेवी संगठनों ने लोगों की निष्काम सेवा की है.

विज़न 2026 प्रोजेक्ट के तहत काम करने वाले संगठन ह्यूमन वेलफेयर फाउंडेशन और सोसाइटी फॉर ब्राइट फ्यूचर का नाम कोरोना महामारी के इस दौर में लोगों की मदद करने वाले संगठनों में अग्रणी है.

अपने स्थापना के समय से ही देश के लोगों की हर मुसीबत की घड़ी में साथ खड़े रहने की अपनी पहचान को विज़न 2026 ने कोरोना महामारी में भी कायम रखा है।

देशभर में विभिन्न जगहों पर विज़न 2026 की टीम ने 150600 से ज्यादा मजदूर और बेघर लोगों को पका हुआ खाना पहुंचाया है।

हजारों ऐसे जरूरतमन्द परिवार भी थे जो रोजाना कमाने खाने वाले थे मगर लोकडाउन की वजह से वह लोग राशन के लिए मोहताज हो गए थे ऐसे ही 45998 से ज्यादा परिवारों को विज़न 2026 के वॉलंटियर ने राशन किट मुहैया कारवाई है।

इसके अलावा 10000 से ज्यादा ऐसे परिवार भी है जिनके राशन कार्ड या दूसरे सरकारी फॉर्म भरवा कर विज़न 2026 के वॉलंटियर ने मदद की है।

भारत के 19 राज्यों के 138 जिलों में विज़न 2026 की टीम ने 5 लाख से ज्यादा लोगों की मदद राशन या पके हुये खाने के जरिये से की है।

ह्यूमन वेलफ़ेयर फ़ाउंडेशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नौफल पीके ने बताया कि,

“विज़न 2026 ने लोगों की मदद केवल राशन मुहैया करवा कर ही नहीं की है बल्कि केरल के इकरा इंटरनेशनल हॉस्पिटल में एक आईसीयू यूनिट भी स्पॉन्सर किया है। इसके अलावा 1000 पीपीई किट, 13155 मास्क, 7000 ग्लोव्स, 2000 के लगभग सैनीटाईजर की बोतल आदि सरकारी अधिकारियों और कोरोना योद्धाओं को दिये गए हैं”।

दिल्ली में विज़न 2026 के कोविड रिलीफ़ के कामों को अंजाम देने वाली टीम के साकिब हुसैन ने बताया कि सोसाइटी फॉर ब्राइट फ्यूचर दिल्ली के वॉलंटियर लॉक डाउन के पहले दिन से ही दिन रात जरूरतमन्द लोगों तक जरूरी मदद पहुंचाने के लिए तत्पर है।
एसबीएफ़ के सैंकड़ों वॉलंटियर ने बिना किसी भेदभाव के हजारों लोगों कि मदद कि है। हम लोगों कि टीम ने रोजाना सैंकड़ों मजदूरों और बेघरों को खाना खिलाया है इसके अलावा हजारों जरूरतमन्द परिवारों तक राशन भी पहुंचाया है।
मुश्किल की घड़ी में हजारों परिवारों के चेहरे की मुस्कान की वजह बने विज़न 2026 जैसे सैंकड़ों और संगठनों की जरूरत है।

 

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