राजस्थान सरकार द्वारा भले ही सरकारी और निजी अस्पताल में कोरोना के इलाज की दर तय कर दी गई है लेकिन फिर भी कुछ अस्पताल ऐसे भी हैं जो इस आपदा में भी मरीजों का शोषण करने से नहीं चूक रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला राजस्थान की राजधानी जयपुर से सामने आया है जहां अस्पताल प्रशासन द्वारा कोरोना मरीजों से मनमानी फीस वसूल की जा रही है।
जयपुर निवासी अब्दुल मुराद की बेटी समरीन ने बताया कि उनके पिता को 5 मई को कोरोना पॉजिटिव होने पर इलाज के लिए सोडाला स्थित पूजा हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था।
वहां डॉ प्रमोद ढाका के कहने पर हमने 80 हजार रूपए जमा करवा दिए थे जबकि हमें बिना वेंटिलेशन का ही बेड दिया गया था। मरीज को भर्ती करते समय हमें बताया गया था कि अस्पताल का चार्ज सरकार द्वारा जो निर्धारित किया गया है वही होगा। लेकिन 11 मई को जब हम अपने पिता को डिस्चार्ज कराने गए तो अस्पताल ने हमसे 2 लाख 70 हजार रूपए और जमा करने के लिए कहा जबकि अस्पताल प्रशासन किसी तरह का कोई बिल भी देने को तैयार नहीं है।
इसको लेकर समरीन ने स्वास्थ्य विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को भी गुहार लगाई है लेकिन उस पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
समरीन ने बताया कि उन्होंने सोडाला पुलिस स्टेशन में भी ईमेल भेज कर शिकायत की है जिस पर अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है।