अतीत से वर्तमान की ओर

–खान शाहीन फरवरी सबसे व्यस्त और प्यारा हर साल की भाँति होता ही है कभी सफर…

खुशियों के रंग – (कविता)

खुशियों के रंग! वो अनजानी सी, होठो पे मुस्कान लिये! आई मेरी जिंदगी में खुशियों के…

बज़्म

बज़्म खाली गये थे, जिल्लत से भरकर लौटें हैं हम, अभी-अभी तेरी बज्म से जलील होकर…

किताबें- (कविता)

किताबें ले जाती है वो हमे दूर कहीँ आसमाँ के ऊपर, तो कभी समुद्र की गहराइयो…