राजस्थान में बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा के पूर्व विधायक अमीन खान को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप पर कांग्रेस ने 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है।
बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा से अमीन खान लगातार 10 बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ कर 5 बार विधायक बने है और कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रहे हैं।
दिसंबर 2023 में हुए विधानसभा चुनाव में वो 10 वीं बार कांग्रेस के टिकट पर शिव से चुनाव लड़े थे लेकिन कांग्रेस बाड़मेर जिला अध्यक्ष फतेह खान के निर्दलीय चुनाव लड़ने की वजह से वो चुनाव हार गए थे। विधानसभा चुनाव में निर्दलीय फतेह खान दूसरे नंबर पर रहे थे और अमीन खान तीसरे नंबर पर थे। मुस्लिम समुदाय के फतेह खान और अमीन खान दोनों के शिव विधानसभा से चुनाव लड़ने की वजह से दोनों चुनाव हार गए और निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी वहां से चुनाव जीतकर विधायक बन गए।
कांग्रेस प्रत्याशी अमीन खान के सामने निर्दलीय चुनाव लड़ने की वजह से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने फतेह खान को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया था। लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए कांग्रेस ने यह निलंबन कुछ महीने बाद ही समाप्त करते हुए फतेह खान को फिर से कांग्रेस में शामिल कर लिया था।
कुछ महीने बाद ही फतेह खान का निलंबन समाप्त कर फिर से कांग्रेस में शामिल करने से नाराज़ होकर अमीन खान ने बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल का विरोध करते हुए लोकसभा चुनाव में खुलकर अपना समर्थन निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी को दे दिया था। उन्होंने अपने समर्थकों से कांग्रेस को वोट देने की जगह निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र भाटी को वोट देने की अपील की थी।
कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी उम्मेदाराम बेनीवाल ने अमीन खान की शिकायत कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व से की थी जिस पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निलंबित कर दिया है। जैसलमेर बाड़मेर लोकसभा सीट पर आज 26 अप्रेल को ही चुनाव हुआ है। चुनाव होने के तुरंत बाद ही पार्टी ने अमीन खान पर यह एक्शन लिया है ताकि इस निर्णय का चुनाव में भी कोई असर नहीं पड़े।