जैसे जैसे लोक सभा चुनावों का प्रचार बढ़ रहा है नेताओं के भी बोल ऊँचे होते जा रहे हैं.
कोई अली और बजरंग बली के नाम पर मतदाताओं को धार्मिक दीवार में बाँट रहा है तो कोई जातीय समीकरणों के आधार पर राष्ट्रपति तक को नहीं छोड़ रहा है!
उत्तराखंड के भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष ने तो राहुल गांधी को सीधे ई माँ की गाली दे दी.
वहीं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान ने भारतीय जनता पार्टी की रामपुर से लोकसभा प्रत्याशी जया प्रदा के लिए अश्लील टिप्पणी चर्चाओं में हैं.
आज एक और बयान आया है जिससे देश के सियासी माहौल में भूचाल ला सकता है और वह बयान है राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का!
सीएम गहलोत ने कहा कि क्योंकि गुजरात के चुनाव आ रहे थे, वो (बीजेपी) घबरा चुके थे कि हमारी सरकार गुजरात में नहीं बनने जा रही है, मेरा ऐसा मानना है कि रामनाथ कोविंद जी को बनाया (राष्ट्रपति), जातीय समीकरण बैठाने के लिए और आडवाणी साहब छूट गए।
गहलोत के इस बयान के बाद अब राजनीति गरम हो सकती है।