राज्यसभा चुनाव जीत में दो सीटों पर जीत के बाद के राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बात की!
गहलोत ने बाड़ा बंदी और विधायकों के ख़रीद फ़रोख़्त पर मीडिया से बात की!
उन्होंने कहा कि,
देखिए जिस प्रकार से इन्होंने षड्यंत्र किया था, षड्यंत्र का पर्दाफाश हो गया, टाइमली हम लोगों ने विधायकों को रिक्वेस्ट करी, यह कोई अच्छी परंपरा नहीं है !
बाड़ेबंदी करने की, 10 दिन तक बाड़ेबंदी करना किसे कहते हैं, ये लोकतंत्र के हत्यारे हैं, कभी कर्नाटक को, कभी मध्यप्रदेश को, गुजरात में जो इन्होंने हॉर्स ट्रेडिंग की वो सबके सामने है, 7 विधायक हमारे तोड़ दिए, राजस्थान बचा रहा।
मैं तमाम विधायकों को, बीटीपी के लोगों को, सीपीएम के लोगो को, इन्डिपेंडेंट साथियों को बधाई देना चाहूंगा कि उन्होंने एकजुटता दिखाई है और वोटिंग पैटर्न वही रहा है जो हम लोगों ने तय किया था। यह बहुत बड़ी सियासत में विजय है और ये जो बीजेपी वाले षड्यंत्र कर रहे थे, उनका पर्दाफाश हो गया है। ये चाहे गोवा में हो, चाहे मणिपुर में हो, इनकी परंपरा रही है, कैसे, बहुमत किसी के साथ हो, तब भी सरकार कैसे बनाएं, ये जो चालें चल रहे हैं ना पूरा मुल्क देख रहा है, आने वाले वक्त में इनको बख्शेगा नहीं मुल्क।
सवाल- दूर तलक मैसेज जाएगा सर इस परिणाम का?
जवाब- बिल्कुल, मैसेज तो जा ही रहा है, मध्यप्रदेश में जो 22 लोग गए हैं, उनकी बहुत दुर्गति हो रही है, कोई उनको पूछ नहीं रहा है।
पब्लिक वहां की उनके विधानसभा क्षेत्र की पब्लिक कह रही है सब बिकाऊ माल है, हमने 5 साल के लिए भेजा था इनको और ये डेढ़ साल में ही क्यों आ गए हमारे बीच में वापस? ये सवाल का जवाब देते हुए नहीं बन पा रहा है विधायकों से जो छोड़कर गए थे, मंत्री थे अब सब पछता रहे हैं और सिंधिया जी की जो दुर्गति हुई है वो सबके सामने है।
इसलिए राजस्थान में कांग्रेस विधायकदल एकजुट रहेगा। हम गवर्नेंस देंगे बहुत चैंलेंजेज सामने हैं, एक तरफ कोरोना का संकट, दूसरी तरफ आर्थिक संकट जो पैदा हुआ है लॉकडाउन के कारण से, उन सबका मुकाबला हमें करना है।
मैं उम्मीद करता हूं तमाम विधायकों से, मंत्रिमंडल के साथियों से हम मिलकर चलेंगे और किसी रूप में अच्छी गवर्नेंस देने का हम लोग कामयाब होंगे, यह मैं कह सकता हूं।
इनको पूछो बीजेपी वालों को, आपके पास में क्या सामान था ? सामान नहीं था, उम्मीदवार खड़ा क्यों किया एक्स्ट्रा? उनको मालूम था हम लोग नहीं जीत पाएंगे उसके बावजदू भी क्योंकि एक दलित खड़ा हो गया था कांग्रेस से, ये दलित विरोधी लोग हैं बीजेपी वाले, इसलिए उन्होंने जानबूझकर के नीरज डांगी को हराने के लिए उम्मीदवार खड़ा किया, विधायक लोगों ने जवाब दे दिया उनका।