जोधपुर हिंसा: एफडीसीए और एपीसीआर ने की निर्दोष लोगों को छोड़ने की मांग

एफडीसीए एवं एपीसीआर ने संयुक्त रूप से किया जोधपुर के सूरसागर का दौरा

गुरुवार को फोरम फॉर डेमोक्रेसी एण्ड क्म्यूनल एमिटी (एफडीसीए) एवं एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन एवं सिविल राइट्स (एपीसीआर) के एक डेलीगेशन ने संयुक्त रूप से सांप्रदायिक हिंसा ग्रस्त जोधपुर के सूरसागर इलाके का दौरा किया।

फोरम फॉर डेमोक्रेसी एण्ड क्म्यूनल एमिटी के महासचिव मुजम्मिल रिजवी ने बताया कि पिछले दिनों राजस्थान के जोधपुर जिले के सूरसागर थाना इलाके में दिनांक 21 जून 2024 शुक्रवार रात को 2 समुदाय के लोगों में धार्मिक जगह ईदगाह का गेट खोलने एवं बंद करने के मामले में विवाद हो गया था। मामले की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों समुदाय के लोगों के साथ समझाईश की और दोनों समुदाय के लोग मान भी गए थे। लेकिन रात को फिर से आपस में भिड गए और उन्होंने एक दूसरे पर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया। इस दौरान एक दुकान व ट्रैक्टर भी जला दिया। जब पुलिस उन्हें रोकने लिए वहां पहुंची तो उपद्रवियों ने उन पर भी हमला कर दिया। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुलाकर हालात पर काबू पाया गया। साथ ही कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। हालांकि अभी भी पूरे इलाके में सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है। जिस कारण चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस तैनात है। 

डेलीगेशन ने दौरे के दौरान वहां के इलाके के लोगों से मुलाकात कर सांम्प्रदायिक घटना की पूरी जानकारी ली तो वहां लोगों ने खासतौर पर महिलाओं ने बताया कि उनके साथ पुलिस का बर्ताव बरबरता पूर्वक रहा। एवं कई बेकसूर लोगों को परेशान करते हुए पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साथ ही दौरे के दौरान यह बात भी निकल कर सामने आई की सूरसागर इलाके में घटना के उपरान्त बड़े बुजुर्गों ने अपने बच्चों को नहीं समझाया। 

इस मौके पर एफडीसीए एवं एपीसीआर के सदस्यों ने सभी लोगों से खासतौर पर इलाके के बुजुर्गों से आह्वान किया कि यहां एक सद्भाव कमेटी बनाई जाए। और कोई भी मामला होता है तो आपस में ही मिलकर उस मामले को दूर कर लिया जाए। ताकि आप लोगों को पुलिस प्रशासन की  आवश्यकता ना पड़े।

डेलीगेशन ने पुलिस कमिश्नर, डीसीपी, एवं थानाधिकारी से मुलाकात कर इलाके में हुए साम्प्रदायिक तनाव की जानकारी ली और कहा कि दोनों समुदाय के जो बेकसूर लोग हैं उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए। और जो लोग इस साम्प्रदायिक घटना के जिम्मेदार हैं उनकी निष्पक्ष जांच करते हुए उन पर उचित कार्यवाही की जाए। इस पर उन्होंने आष्वासन देते हुए निर्दोष लोगों नहीं पकड़ने की बात कही।

डेलीगेशन में एफडीसीए के प्रदेषाध्यक्ष सवाई सिंह, उपाध्यक्ष सेवानिवृत जज टी.सी.राहुल, एपीसीआर राजस्थान के प्रदेषाध्यक्ष एडवोकेट सैयद सआदत अली, एपीसीआर एवं एफडीसीए के प्रदेश महासचिव मुजम्मिल रिजवी, सहित संगठन के अन्य कई लोग मौजूद रहे।

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