ख़्वाज़ा मोईनुद्दीन चिश्ती की विश्व प्रसिद्ध दरगाह राजस्थान के अजमेर में स्थित है। जंहा पूरे विश्व से श्रद्धालु आते हैं।
पत्रकार अमीश देवगन ने सूफ़ी संत ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिशती के बारे में अपमान जनक टिप्पणी की है!
इस टिप्पणी के बाद लोगों का ग़ुस्सा सोशल मीडिया पर फ़ूट पड़ा!
जिस सूफ़ी संत के Urs पर उसे देश का PM भी चादर भेजते हो उस ख्वाजा ग़रीब नवाज़ की शान में गस्ताख़ी के लिए फ़ौरन माफ़ी माँगे @AMISHDEVGAN वरना मजबूरन हमें क़ानूनी कार्रवाई का विकल्प चुनना पड़ेगा।भले ही आप किसी संत पर आस्था रखें या ना रखें लेकिन आप उसे लुटेरा नहीं कह सकते।@CPDelhi pic.twitter.com/YXpAPllDUA
— Dr.Meraj Hussain (@drmerajhusain) June 16, 2020
न्यूज़18 के एंकर अमीश देवगन ने अपने शो में महान सूफ़ी संत को कथित रूप से “लुटेरा” और “आक्रांता” बताया है!
#ArrestAmishDavgan
Thanks @razaacademyho for filing a FIR against Amish Davgan. pic.twitter.com/LYPXunEivA— Aasim bheda (@Aasim40208786) June 17, 2020
इसके बाद अजमेर ,बरेली , मुंबई समेत कई शहरों में अमीश देवगन के ख़िलाफ़ पुलिस में शिकायत दर्ज हुई है!
जमाते इस्लामी हिंद राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष मुहम्मद नाज़िमुद्दीन ने इस मामले में कहा कि “ ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिशती मानवता की सेवा और सामाजिक सद्भाव के लिए जाने जाते हैं,वो महान समाज सुधारक थे,
पत्रकार द्वारा ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिशती साहब पर की गई टिप्पणी अमर्यादित और शर्मनाक है,हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं,पुलिस इस पर तुरंत सख़्त से सख़्त कार्यवाही करे”
( photo: president Of jamate islami hind rajasthan)
मामले पर कल से सोशल मीडिया पर #ArrestAmishdewgan ट्रेंड कर रहा है!
#ArrestAmishDavgan
Shiv Sena can filed complaint against peoples who said "looters" as per them but unable to respond when there party leaders try to malign country's PM.
Double faced @AUThackeray
Is the below attachment is true?#snakes apne bil se bahar as rahe hai. pic.twitter.com/4aSzKLUsZM— Piyush_Parashar (@pb1410) June 17, 2020
हालाँकि मामला बढ़ने पर पत्रकार ने माफ़ी माँग ली! पत्रकार ने लिखा
“ मेरी एक बहस में, मैंने अनजाने में “खिलजी” की जगह “चिश्ती” का उल्लेख कर दिया।
मैं ईमानदारी से इस गंभीर ग़लती के लिए माफी मांगता हूं और यह सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती के अनुयायियों के लिए दुख की बात हो सकती है, जिन्हें मैं सम्मान देता हूं। मैंने उनकी दरगाह पर पहले भी आशीर्वाद मांगा है। मुझे इस ग़लती पर खेद है”