चीन से निकल कर पूरी दुनियां में मंडरा रहा है कोरोना का ख़तरा!

पूरी दुनिया मे ख़ौफ़ का दूसरा नाम बन गए कोरोना वायरस ने दुनिया भर में अब तक 16 हजार लोगों की जान ले ली है। विश्व के 100 से ज्यादा लोग इस वायरस की मार झेल रहे हैं।

covid -19 की शुरुआत सर्वप्रथम चीन से हुई। दिसम्बर2019 में चीन के वुहान नामक शहर में कोरोना का संक्रमण देखा गया ।इसके बाद इस वायरस ने धीरे धीरे चाइना के अन्य शहरो में अपने पांव पसारना शुरू किया और देखते ही देखते पूरा चीन इस वायरस की चपेट में आ गया। इसमें संक्रमित होने वाले और मरने वालों के आंकड़े दिन प्रतिदिन बदलने लगे।

चीन से निकलकर ये वायरस थाईलैंड, इटली दक्षिण कोरिया, हॉंगकॉंग, सिंगापुर ,इराक़ ,USA, तथा भारत जैसे देशो से होते हुए पूरी दुनिया मे फैल गया।

इटली में इस वायरस ने चीन से ज्यादा तबाही मचाई है । 6 करोड़ की आबादी वाले मुल्क इटली में अब तक 6077 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।

अब तक पूरी दुनिया मे इस वायरस से लगभग 3.78 लाख संक्रमित है और 16 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गवा चुके हैं।

भारत में हो सकता है भारी नुकसान

विश्व की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले हमारे देश भारत पर इस वायरस का बहुत खतरनाक परिणाम देखने को मिल सकता है। क्योंकि भारत एक ऐसा देश है जो पहले ही गरीबी और बेरोजगारी से जूझ रहा है ।

जिस प्रकार कोरोना वायरस की स्प्रेड रेट चीन और इटली जैसे देशों में देखने को मिली उसी तरह यदि ये वायरस भारत पर हावी हो गया तो देश मे सेंकडो या हजारो नहीं बल्कि लाखो लोग इस के कारण म्रत्यु का ग्रास बन सकते हैं ।

उसकी अहम वजह भारत का अन्य देशों के मुक़ाबिले में आर्थिक रूप से कमजोर होना तथा बेहतर मेडिकल सुविधाओं की कमी होना हो सकती है हमारे देश चाइना जैसा नहीं है जहां8 से10 दिनों में नए हॉस्पिटल और आइसोलेशन सेंटर बनाये जा सकते हो । जो लोग कोरोना संक्रमित होते हैं उनके लिये बेड की आवश्यकता होती है ,अगर आंकड़ा हजारो या लाखों में पहुँचा तो कहा से लाएंगे इतने बेड ?

जो लोग एडमिट होते हैं उनमें 1/3 को ICU की आवश्यकता होती है , इसके अलावा देश के लोगो को इस वक़्त सेनेटाइजर, और मास्क की आवश्यकता है।

कैसे मेनेज होगी ये सब सुविधाएं ?

भारत मे गरीबी और भुखमरी पहले ही बहुत ज्यादा है।
Word Hunger Index के मुताबिक भारत भुखमरी के मामलों में 102 वे पायदान पर है।

इसके अलावा देश मे अक्सर तादाद ग्रामीणों की है जिनमे जागरुकता बेहद कम होती है।ऐसी स्थिति में देश को एक साथ कई तरह की विपदाओं का सामना करना पड़ सकता है।

Lock Down क्यों हैं जरूरी

चीन और इटली से लगातार आ रहे कोरोना के मामलों को देखे तो ये कहा जा सकता है कि ये बहुत कम समय मे एक बड़ी आबादी को प्रभवित कर रहा है ।

इस वायरस को ख़त्म करने के लिये अभी तक कोई वेक्सीन नहीं बनाई जा सकी है अर्थात इसका कोई इलाज़ अब तक नहीं है लेकिन चीन से लेकर भारत तक की इसकी यात्रा में देखा गया है कि ये कम्युनिटी में नहीं फेल रहा बल्कि जो व्यक्ति संक्रमित है उसके सम्पर्क में आने पर यदि ये वायरस आपके शरीर मे प्रवेश करता है तो ही आप पर ये अटैक कर सकता है यानी ये एक चेन की तरह कार्य करता है ।

जिसे रोकने के लिये केवल चेन ब्रेक करना जरूरी है जो लॉक डाउन या जनता कर्फ़्यू जैसे प्रयासों से ही सम्भव है।
सोशल डिस्टनसिंग ही इस पर कंट्रोल करने का फिलहाल एक मात्र हल है।

देश के कई राज्य पूरी तरह लॉक डाउन है तथा दिल्ली, पंजाब और महाराष्ट्र में कर्फ़्यू लगा दिया गया है ताकि कोरोना को भारत में विकराल रूप धारण करने से रोका जा सके।

कोरोना और इस्लामी नजरिया

इस्लाम कहता है कि जब अल्लाह कोई बीमारी भेजता है तो उसकी शिफ़ा भी जरूर होती है ।लेकिन उस पर रिसर्च वर्क किया जाना चाहिये।

लेकिन जब तक कोई दवा या वेक्सीन ईजाद नहीं होती तब तक एहतियात किये जाने जरूरी है।


क़ुरान में है कि”अपने आप को हलाकत में न डालो” Quraan 2 :195

एक हदीस में है कि मुहम्मद सल्ल. अलैहि वसल्लम ने फरमाया “जब तुम किसी ऐसी जगह के बारे में सुनो जहां वबा(संक्रमित रोग)फैला हो तो वहां न जाओ और यदि वो रोग तुम्हारे शहर में फेला हो तो वहाँ से ना भागो” (सही मुस्लिम)

इस बारे में एक और हदीस में हैं कि मुहम्मद (स अ व) ने फ़रमाया”बीमार ऊँटो को सेहतमंद ऊँटो के साथ न बांधो”
(सही बुखारी)


इन हदीसो और क़ुरआन की आयत से भी यही साबित होता है कि जब देश किसी ऐसी आपदा या महामारी गुजर रहा हो जब घर से निकलना या भीड़ करना या मस्जिदों में जाना लोगों के लिये हानिकारक हो सकता हो तो ऐसी हालत में घरो में रहना ही इस्लामी तालीम का हिस्सा है ।

भारत मे अब तक 511केस सामने आ चुके हैं और 10 लोगो की मौत हो चुकी है। इस बढ़ते हुए आकड़ो को रोकने में सरकार की मदद करे और लॉक डाउन को सफल बनायें ।

– बिलक़ीस बेगम (मांगरोल, राजस्थान)

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *