कोरोना से बचने के लिए क्या है राजस्थान की तैयारी!

चीन के हुबेई-वुहान से फैले कोरोना वायरस (कोविड-19) का डर आज पूरी दुनिया मे है। मामला और भी ज्यादा गंभीर हो गया जब ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)’ ने कोरोना को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया। अब तक यह महामारी 152 देशों में फैल चुकी है।

भारत में कोरोना अब राष्ट्रीय आपदा घोषित हो चुकी है। राजस्थान में भी राज्य सरकार ने इसकी गम्भीरता को समझते हुए सभी स्कूल ,कोचिंग सेंटर ,जिम ,सिनेमाघर एवं थियेटर आदि बन्द करने के निर्देश जारी कर दिए हैं।राज्य सरकार ,डॉक्टर्स ,नर्सेज ,एएनएम ,आशा कार्यकर्ता एवं पैरामेडिकल स्टाफ आदि कोरोना की रोकथाम के लिए कड़ी मेहनत कर रहे है ।

पूरे देश मे इस समस्या से निपटने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी टीवी पर देशवासियों से घर मे रहने का आग्रह किया है और 22 मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’ की सलाह दी है। वो अलग बात है कि इन्होंने बड़े -बड़े उद्योगपतियों व सरकार द्वारा आम जनता में स्वास्थ्य सम्बन्धी सामग्रियों की सहायता प्रदान करने की कोई बात नहीं रखी ।

इस वायरस की वजह से आंध्र प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव प्रक्रिया भी स्थगित कर दी गयी है ।भारतीय रेलवे ने अनावश्यक भीड़ कम करने के लिए टिकट भी महंगा कर दिया है। कॉलर ट्यून बदलकर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।कई देशों की सीमाएं प्रतिबंधित हो रही है । लालकिला ,ताजमहल,मुगल गार्डन ,जंतर-मंतर ,राजघाट आदि सब बन्द कर दिए गए हैं ।

राजस्थान में धारा 144 लगा दी गयी है । राजस्थान बोर्ड की सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी गयी है । यहां सभी विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं भी निरस्त कर दी गयी है ।सार्वजनिक परिवहन जैसे वाहन बसों,टैक्सियों ,ऑटो-रिक्शा ,ग्रामीण सेवाओं ,बस स्टैण्ड,रेलवे स्टेशन आदि विषाणु मुक्त करने की कोशिश की जा रही है ।

लोगों में बाते हो रही है कि यहां लू चलती है तो बीमारी नहीं फैलेगी परन्तु ‘विश्व स्वास्थ्य संगठन’ का कहना है कि कोरोना वायरस कहीं भी ,किसी भी क्षेत्र में फैल सकता है इसका पर्यावरण या जलवायु से कोई सम्बन्ध नहीं है ।


“यह एक सुनामी आने की तरह है। भारत को सिर्फ कोरोना वायरस के लिए ही नहीं ,बल्कि आने वाली आर्थिक तबाही के लिए भी तैयार रहना चाहिए ।मैं बार-बार यह कह रहा हूँ कि हमारे लोग अगले छः महीनों में अकल्पनीय दर्द से गुजरने वाले हैं।”
~ राहुल गांधी ,कांग्रेस नेता व सांसद


राजस्थान क्षेत्रफल के आधार पर देश का सबसे बड़ा राज्य है और यहां ग्रामीण जनसंख्या लगभग 75 प्रतिशत है ।गांवों का हाल हम जानते हैं कि यहां व्यक्तिगत स्वच्छता के प्रति कितना सचेत रहा जाता है ? फिर भी शहरों की अपेक्षा यहां मामला ठंडा है। जहां-तहां थूकने की प्रवृति भी संक्रमण फैलाती है ।  भीड़ में बैठकर बीड़ी फूंकने की वजह से भी संक्रमण बढ़ सकता है ।

राजस्थान सतर्क है लेकिन राजस्थान पत्रिका की एक खबर के अनुसार देश मे केवल एक लाख कोरोना जाँच किट है। दो लाख किट का जर्मनी को आर्डर दिया है । हमारे देश की आबादी 130 करोड़ के ऊपर है । जांच कराने की दर भारत की बहुत कम है ।

राजस्थान के झुंझुनूं व भीलवाड़ा जिले में कर्फ्यू लगा हुआ है ।यहां जिले की सीमाएं पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन के लिए सील कर दी गयी है ।

जिस तरह से बॉलीवुड की गायिका कनिका कपूर कोरोना पॉजिटिव होकर भी कई जगह पार्टियां कर चुकी है वैसे ही झुंझुनू में भी इटली से आये हुए कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति कई दिनों से हॉस्पिटल ,बाजारों ,गलियों ,मोहल्लों व रिश्तेदारों में घूम चुके हैं ।

भीलवाड़ा में एक डॉक्टर पॉजिटिव मिले है और करीब 10 दिन से सैंकड़ों मरीजों के सम्पर्क में आये हैं ।

कनिका कपूर के लिए लोग कह रहे हैं कि बाथरूम में छूपकर निकल आयी लेकिन जो इटली से आये थे उनकी स्क्रीनिंग तो हुई थी ना ,तो फिर कैसे वो लोग हमारे बीच आये ? कनिका बड़े लोगों के बीच गयी जैसे कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे हैं, उन्होंने तो खुद को बड़े हॉस्पिटल में जाकर आइसोलेट कर लिया परन्तु आम लोगों का क्या जो रोगियों के सम्पर्क में आये हैं ?

आम लोग सरकारी हॉस्पिटल में दस रूपये की पर्ची कटाकर दवाई लेते हैं ,तो हमारी अमीरी का आप अंदाजा लगा सकते हैं ।

विदेशी पर्यटक सैर-सपाटा करकर चले गए और विभाग अब जाकर पर्यटकों का स्टेटस खंगाल रहा है ।चिकित्सा विभाग और पर्यटक विभाग ने ट्रेवल एजेंट व होटलों को चैताया है कि बाहर से आया हुआ एक भी पर्यटक बिना स्क्रीनिंग के किसी भी सूरत में नहीं रहें ।

रेवेन्यू विभाग अनदेखी किये जा रहा है क्योंकि राजस्थान पत्रिका की एक खबर के अनुसार रजिस्ट्री दफ्तरों में 20 हजार लोग रोज अंगूठा लगा रहे हैं ।

ब्रिटेन में लोग ‘ सामूहिक रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता ‘बढ़ाने की सरकार से मांग कर रहे हैं और हमारे यहां सोशल मीडिया पर लड़ाई हो रही है कि नमाज मस्जिद में पढ़े या नहीं ,मूत्र या गोबर से वायरस नष्ट हो जाएगा या नहीं ?

हम ऐसे ना करें तो बेहतर है क्योंकि आप लोगों को हमारे अस्पतालों ,सुविधाओं , लैब्स ,तकनीक आदि का पता है कि हम कितने हाईटेक हैं ?

भारत देश के लिये यह वायरस बहुत ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है अगर हम यूँही धार्मिक तर्कों से वायरस से डरने की बजाए कोरोना के प्रति निडर व सावधानी न बरतने की सलाह देते रहें तो हम तो वर्षों से ये सब मानते आ रहे हैं ,लेकिन कोरोना वायरस जाति ,पंथ ,क्षेत्र या अन्य किसी मानव निर्मित भेदभाव को नहीं मानता इसलिए इसने यह सिद्ध कर दिया कि “वसुधैव कुटुम्बकम ” अर्थात सम्पूर्ण विश्व एक ही परिवार है ।

एक परिवार है तभी तो चीन से फैले हुए वायरस की वजह से पूरे विश्व मे हाहाकार मच गया है ।

हमारे पूर्वज प्रकृति को माँ का दर्जा देते थे परंतु हमने खूब सत्यानाश किया है इसका ।

लोगों की जान खतरे में है ,लेकिन अवसरवादी और संवेदनहीन लोगों को मुनाफा कमाने की लगी हुई है, इसलिए मास्क और सैनेटाइजर की कालाबाजारी जारी है ।

दुकानदार एमआरपी से अधिक कीमत लिए जा रहे हैं। लोगों में चीनी, चावल ,मसालों आदि को खरीद कर घर मे इकट्ठा करने की होड़ जारी है इसलिए असहजता ,भगदड़ और भय की स्थिति बन चुकी है।

एक बात यह भी ध्यान रखें कि ‘इंटरनेशनल लेबर आर्गेनाईजेशन ‘की रिपोर्ट के अनुसार अब तक ढाई करोड़ नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है ।


” दुख में सुमिरन सब करे,सुख में करे न कोय!
जो सुख में सुमिरन करे ,दुख काहे का होय !!”
~ कबीरदास जी


ये सही भी है क्योंकि हम विकट परिस्थियों में खुद को ईश्वर पर तवक्कुल करने को बताते हैं जैसे कि वर्तमान में चल रहा है परंतु हम खुद के ह्रदय पर हाथ रखकर चिंतन करे कि हम कितने इबादतगार है ईश्वर के तो हमें मालूम हो जाएगा ।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने धर्मगुरुओं से अपील की है कि वे श्रद्धालुओं को नसीहत दें कि धार्मिक स्थलों ,मेलों एवं आयोजनों में कुछ दिन भाग लेने से बचें ।

सरकार की सहायता करें हर निर्देश की पालना करके ।देखिए मौत निश्चित हैं । उसे दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती इसलिए डरें नहीं ,क्योंकि ईश्वर ने हमें इंसान बनाया है जिसके पास सोचने की शक्ति है ।

ख्याल रखें खुद का और मन मे दृढ़ विश्वास रखें कि ये समस्या जल्द ही खत्म हो जाएगी ।

इस समस्या के खत्म होने के बाद हमें समझ मे आ जायेगा कि अब आगे चुनावों में हम मन्दिर-मस्जिद व जाति-पंथ के मुद्दों पर लड़े या फिर आगामी वैश्विक चुनौतियों ,बेहतर भविष्य ,बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं ,अस्पतालों ,शिक्षा आदि के लिए लड़ें । फैसला आपके हाथों में हैं ।

प्रकृति की तरफ भी ध्यान दीजिएगा , क्योंकि इसके बगैर जीना कितना मुश्किल है इसका अंदाजा शायद अब हो गया होगा ।

नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने व फैलने से रोकने के लिए निम्नलिखित सुझाव है

●अपने हाथों को बार-बार साबुन से धोएं व सैनेटाइज करें ।
●प्रतिदिन दो बार अपने शरीर के तापमान की जांच करें ।
●अपने हाथों से अपना चेहरा छूने से बचें ।
●नकद भुगतान से बचें ,ऑनलाइन भुगतान करें ।
● जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती तब तक सफर करने से बचें ।
●अपने घर और आस -पास को साफ -सुथरा रखें ।
●बुखार ,खांसी और सांस लेने में दिक्कत है तो डॉक्टर से सम्पर्क करें ।
●छींकते व खांसते समय मूंह व नाक को रूमाल से ढकें ।
●भीड़ -भाड़ वाली जगहों से बचें ।
● सार्वजनिक स्थानों पर ना थूकें ।
●कोरोना वायरस के लक्षण है तो राज्य हेल्पलाइन नम्बर +91- 11-23978046 पर कॉल करें ।
● टोल फ्री हैल्पलाइन नं. 104/108

” सतर्क रहें ,सावधान रहें ,सुरक्षित रहें ”

– आबिद खान गुड्डू 

1 thought on “कोरोना से बचने के लिए क्या है राजस्थान की तैयारी!

  1. Very informative article.
    May God bless and protect all of us.
    Dear all take care of yourself and your families and surroundings.

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