राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी ने 24 सीटों पर दो पहले ही लोक सभा प्रत्याशी घोषित कर दिए थे लेकिन दौसा लोकसभा सीट से इतनी देर कर दी के सब को पता चल गया कि आपके खिचडी कहां पक रही है!
वसुंधरा राजे और किरोड़ी लाल मीणा के हाठ में फँसी दौसा सीट आख़िरकार जब भाजपा ने घोषित की तो सबको पता लग गया कि इस हठ में जीत वसुंधरा राजे की हुई!
किरोड़ी लाल मीणा चाहते थे की टिकट उनकी पत्नी गोलमां देवी को मिले लेकिन शायद वसुंधरा राजे को ये मंज़ूर नहीं था!
इसलिए टिकट मिला किरोड़ी लाल मीणा की प्रतिद्वंदी जसकोर मीणा को!
1991 में जसकोर जब राजनीति में आयी थीं तब भी टिकट डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा का ही कटा था!
उसके बाद 2008 में जब सवाई माधोपुर विधानसभा से टिकट मिला तब भी किरोड़ी लाल मीणा हाँ दुत्कार दिये गये थे!
किरोड़ी लाल मीणा से जब पूछा गया कि क्या अब वो जसकोर मीणा का प्रचार करेंगे तो किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि “पार्टी उन्हें जहाँ भेजेगी वो वहाँ प्रचार करेंगे”
हालाँकि उन्होंने बातों ही बातों में जसकोर मीणा पर आरोप भी लगा दिए.
उन्होंने कहा कि जिन्होंने समाज के लिए एक ज्ञापन तक नहीं दिया उन्हें टिकट दे दिया गया.
ग़ौरतलब है कि जसकोर मीणा का मुक़ाबला कांग्रेस की प्रत्याशी सविता मीणा के साथ सीधा-सीधा होने वाला है!