यह पोस्ट फ़ेसबुक पर भीम आर्मी की ऑफिशियल पेज पर शेयर की गई है
बताया जा रहा है कि भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को मुंबई में एक होटल में नज़रबंद किया गया है
अघोषित इमरजेंसी की एक बड़ी तस्वीर आपको दिखाता हूं , मुझे कमरे के अंदर बन्द किया गया है मेरे कमरे को बहार से लोक किया गया है ओर मेरे कमरे के बाहर 10 पुलिस वाले खड़े किए गए है , क्या हम भारत मे ही है जो बाबा साहेब के लिखे सँविधान से चलता है , आज लोकतँत्र खतरे में है , देश के सँविधान को कुचला जा रहा है और मेरे साथ आये मेरे साथियो से वकीलों से भी नही मिलने दिया जा रहा है , पर शुक्रिया की तुमने मुझे मेरी जैल के संघर्ष को याद दिला दिया , अब हम बताएंगे अम्बेडकवादी क्या होते है, पूरी दुनिया जानना चाहती है आखिर अम्बेडकरवादियों में इतना हौंसला आता कहा से है तो जवाब मेरा ये है भीमा कोरेगाँव , ओर चैत्य भूमि, फुलेवाड़ा , भगवान बिरसा मुंडा, साहूजी महाराज ओर मेरे आदर्श साहब काशीराम का किया गया संघर्ष हमे संघर्ष करना सीखाता है।
ये बेवकूफ मुझे जैल का डर दिखाते है जैल तो क्रांतिकारी के लिए गहना होती है जालिमो जैल तो मेरा घर है।
संघर्षो के आदि है हम अम्बेडकरवादी है।
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल मे है ।
देखना है जोर कितना बाजुएँ कातिल में है।
वक्त आने दे बताएंगे तुझे ऐ मोदी।
हम अभी से क्या बताए क्या हमारे दिल मे है।
जय भीम ,जय भीम आर्मी
जय भारत,जय संविधान