आज दौसा सांसद हरीश मीणा जब कांग्रेस में शामिल हुए तो उनके लिए दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ़्रेन्स की गयी!
कांग्रेस दिग्गजों ने उन्हें कांग्रेसी निशान पहनाए!
गहलोत ने कहा कि हरीश मीणा बिन शर्त कांग्रेस में शामिल हुए हैं!
ये नज़ारा देख कर 2013 का वो साल
याद आगया जब धड़ाधड़ कांग्रेसी नेता भाजपा का दामन थामने में लगे थे! उन्हें आभास हो गया था कि भाजपा आने वाली है!
ऐसे दलबदलुओं को मौसम विज्ञानी भी कहा जाता है!
इस बार राजस्थान में कांग्रेस बदलाव की लहर का आभास होता है लोग परिवर्तन चाह रहे हैं!
हालाँकि ये राजस्थान की राजनीति की सामान्य घटना है!
हर पाँच साल में सरकार बदल जाती है!
इसे राजस्थान वासियों की चालाकी नहीं भोलेपन के पहलू से देखना चाहिए क्यूँकि उन्हें वर्तमान में घटित सब कुछ बेकार ही लगता है!
हरीश मीणा के बड़े भाई नमोनारायण मीणा दो बार सवाईमाधोपुर संसदीय क्षैत्र से सांसद रहे हैं!
मनमोहन सरकार में मंत्री भी रहे हैं! इनके छोटे भाई नवलकिशोर मीणा दो बार बामनवास विधानसभा से विधायक बने हैं!
हालाँकि जनता के बीच इनकी छवि ठीक नहीं है!
रोचक ये है की 2014 के लोकसभा चुनाव में दौसा से दोनों भाई नमोनारायण मीणा और हरीश मीणा क्रमशः कांग्रेस और भाजपा से चुनाव लडे थे!
जिसमें हरीश मीणा विजयी रहे थे!
हरीश मीणा राजस्थान में पुलिस महानिदेशक के पद से सेवानिवर्त हुए हैं!और सीधे भाजपा के चिन्ह पर सांसद बन गये!
और अब भाजपा के ख़िलाफ़ माहौल बनता देख कांग्रेस में आगये हैं।
अब वो कहाँ से टिकट लेंगे ये तो आने वाली कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची से ही पता लग पाएगा!
लेकिन लोगों का कहना है की कांग्रेस की नीति उन पर भारी पद सकती है।
क्यूँकि 5साल पार्टी के लिए कार्य कर रहे कार्यकर्ताओं की उपेक्षा होगी!
हो सकता है अंदरूनी कलह से परेशान कांग्रेस के लिए ये दावँ उलटा पड़ जाए!