जयपुर । दलित- आदिवासी- अल्पसंख्यक- महिला दमन प्रतिरोध आंदोलन, राजस्थान द्वारा 29 दिसम्बर को पिंक सिटी प्रैस क्लब सभागार ,जयपुर में “संविधान की रक्षा, सद्भावना और भाईचारा सम्मेलन” आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में दमन प्रतिरोध आंदोलन, राजस्थान में शामिल सभी संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
इस सम्मेलन में देश के संविधान और संवैधानिक संस्थाओं पर अलग-अलग तरीकों से किये जा रहे हमलों पर विचार मंथन किया जायेगा और इन हमलों का मुकाबला करते हुए संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष की रणनीति तैयार की जायेगी।
राज्य में आपसी सद्भावना और भाईचारे को छिन्न-भिन्न करने का प्रयास कर रही ताकतों के ख़िलाफ़ संघर्ष करने और आपसी सद्भाव और भाईचारे की रक्षा के लिए अभियान चलाने के लिए योजना बनाई जायेगी।
आम जनता के बीच धर्म और जाति के नाम पर घृणा फैलाने और झगड़े करवा कर राजनीतिक फायदा उठाने वाली सांप्रदायिक ताकतों को समाज में अलग-थलग करने का संकल्प लिया जायेगा।
राज्य में सभी स्तरों पर सद्भावना और भाईचारा कमेटियों का गठन किया जाएगा। ये कमेटियां संकीर्णतावादी और साम्प्रदायिक शक्तियों के ख़िलाफ़ राजनीतिक और विचारधारात्मक संघर्ष का नेतृत्व करने का काम करेंगी।
राज्य में सामंती-जातीय उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के वैचारिक और सामाजिक-आर्थिक कारकों पर चिंतन करते हुये जाति-व्यवस्था को समूल नष्ट करने के संघर्ष को तेज़ करने के लिए सम्मेलन में योजना बनाई जायेगी।
सम्मेलन में महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा पर रोक लगाने और महिलाओं के बराबरी के अधिकार के लिए व्यापक जनसंघर्ष को तेज़ करने की कार्ययोजना तैयार की जायेगी।
इस सम्मेलन के आयोजक कविता श्रीवास्तव, डॉ.संजय”माधव”, सवाई सिंह, मोहम्मद नाजिमुद्दीन, टी.सी. राहुल, दुली चंद मीणा, सबीहा परवीन, सुमित्रा चोपड़ा, मुजम्मिल रिज़वी ने बताया कि इस सम्मेलन को दमन प्रतिरोध आंदोलन राजस्थान में शामिल विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों के अलावा पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और सीटू के राष्ट्रीय सचिव एम.साई बाबू भी सम्बोधित करेंगे।