संकल्प मात्र हिंदू राष्ट्र वाहन रैली का विरोध, प्रशासन से अनुमति नहीं देने की मांग

जयपुर। युवा शक्ति मंच राजस्थान के तत्ववाधान में हवामहल विधानसभा क्षेत्र के विधायक बाल मुकुंदाचार्य द्वारा 29 सितंबर को खोले के हनुमान जी मंदिर से लेकर रामगंज होते हुए रामलीला मैदान तक “संकल्प मात्र हिंदू राष्ट्र” वाहन रैली निकाली जाएगी। जिस पर विभिन्न संगठनों ने विरोध किया है। वहीं सरकार व प्रशासन से अनुरोध किया है कि अलगाववादी विचारधारा से संबंधित किसी भी कार्यक्रम की अनुमति नहीं दें। साथ ही देश की गंगा-जमुनी तहजीब को बनाए रखने तथा साम्प्रदायिक सौहार्द के वातावरण में प्रगाढ़ता लाने का सभी से आग्रह किया है।

दलित-मुस्लिम एकता मंच के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहन लाल बैरवा एवं एडवोकेट घनश्याम बृजवासी ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन संविधान की प्रस्तावना हम भारत के लोग के विरुद्ध है, अर्थात हम कह सकते हैं इस प्रकार के आयोजन भारत की एकता और अखंडता के लिए घातक है। इन्होंने शासन और प्रशासन से अनुरोध किया है कि यह यात्रा हिंदू धर्म के मानने वालों के अतिरिक्त सभी धर्मों के खिलाफ है। बैरवा ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन सभी धर्मो में अलगाववादी विचारधारा को बढ़ावा देने का कार्य करेंगे। इस तरह तो पूरा देश खंड-खंड हो जाएगा, इसलिए प्रशासन को चाहिए कि इस वाहन रैली पर तत्काल रोक लगाएं।

राजस्थान दलित मुस्लिम एकता मंच के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोहन लाल बैरवा ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त, भारत सरकार, निर्वाचन सदन नई दिल्ली और मुख्य चूनाव अधिकारी राजस्थान को पत्र लिखकर दिनांक 29 सितम्बर 2024 को जयपुर की हवामहल विधानसभा के विधायक द्वारा देश के धर्मनिरपेक्ष संविधान के प्रावधानों के विपरीत भारत को हिन्दु राष्ट्र निर्माण संकल्प वाहन रैली व जनसभा का सार्वजनिक आयोजन करने के विषय में कार्यवाही करने की मांग की है।

पत्र में उन्होंने लिखा है कि सौशल मीडिया एंव शहर में वितरित पोस्टर्स होर्डिंग्स आदि से वायरल सूचना है कि बालमुकुंद आचार्य विधायक हवामहल विधानसभा क्षेत्र द्वारा दिनांक 29 सितम्बर 2024 रविवार को हिन्दु राष्ट्र निर्माण की मांग व उसके लिए जनमानस द्वारा संकल्प लेने को प्रेरित करने हेतु रैली एंव जनसभा का नैतृत्व एंव आयोजन किया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने लिखा है कि भारत के धर्मनिरपेक्ष संविधान की शपथ लेकर सार्वजनिक संवेधानिक पद के जिम्मेदार व्यक्ति का उक्त कृत्य संवैधानिक प्रावधानो की खुली अवहेलना, उलंघन एंव प्रिएम्बल के विरुद्ध प्रत्यक्ष कृत्य है।

उन्होंने भारत के निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया है कि वें निसंकोच राजधर्म का पालन करते हुए, संविधानिक पद पर विराजमान उक्त विधायक हवामहल जयपुर के विरुद्ध स्वतंत्र अनुसंधान करवाकर न्यायोचित कार्यवाही करना जनहित में अपरिहार्य है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *