जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में रमजान के पहले जुमे की नमाज के दौरान एक अद्भुत नजारा देखने को मिला। यहां राजस्थानियों ने अपनी गंगा-जमुनी तहजीब का प्रदर्शन करते हुए एक-दूसरे की धार्मिक आस्था का सम्मान किया।
यह घटना तब हुई जब जुमे की नमाज के दौरान खाटू श्याम यात्रा को रोक दिया गया और डीजे, ढोल-ताशे बंद कर दिए गए। नमाज के बाद मुसलमानों ने भी सौहार्द का परिचय देते हुए खाटू श्याम के यात्रियों पर पुष्प वर्षा की।
पूरे शहर में खाटूश्याम की पदयात्रा को लेकर खुशी का माहौल था, वहीं दूसरी ओर रमजान माह का पहला जुम्मा भी था। इस मौके पर जयपुर के जौहरी बाजार स्थित जामा मस्जिद में जब जुम्मे की नमाज का समय हुआ तो जयपुर शहर की गंगा-जमुनी तहजीब को कायम रखते हुए श्रद्धालुओं द्वारा शोभा यात्रा रोक दी गई और डीजे को भी बंद कर दिया गया।
नमाज खत्म होने के बाद जब शोभा यात्रा पुनः शुरू हुई तो भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष हमीद खान मेवाती एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एम. सादिक खान के साथ कार्यकर्ताओं व मुस्लिम समाज के सैकड़ों लोगों ने गुलाब के फूलों की वर्षा कर शोभा यात्रा का अभिवादन किया। इस मौके पर दोनों समाज के लोगों ने खुशी से एक-दूसरे को गले लगाकर मुबारकबाद दी।
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने डीजे, ढोल-नगाडों के साथ निकल रही खाटूश्याम पदयात्रा का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
इस मौके पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एम. सादिक खान, प्रदेश कार्यालय मंत्री उस्मान चैहान, प्रदेश आईटी संयोजक इरशाद हसनपुरा, पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष फरीदुदीन, पूर्व सदस्य हज कमेटी मुस्ताक रंगरेज, मोर्चा जिला उपाध्यक्ष हाजी मुस्ताक खान, शहर महामंत्री परवेज खान, पूर्व शहर महामंत्री नवाब कुरैशी, इस्तयाक खान, हासीम खान, हाजी जमालुदीन, हनीफ खान, नदीम अंसारी, बुरहान खान, वहादत शेख, जुनेद अख्तर, डॉ. जफर अहमद, मौलाना अलीम मलीक, जफर अहमद, असलम खान, इरफान खान, नईमुदीन सहित प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
यह घटना भारत की गंगा-जमुनी तहजीब का एक शानदार उदाहरण है, जो विभिन्न धर्मों के लोगों के बीच सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक है।