राजस्थान में पिछले साल हुई रीट 2021 भर्ती में 31,000 पदों के लिए परीक्षा हुई थी परीक्षा का परिणाम भी आ चुका है
लेकिन हाल ही में सरकार द्वारा 31 हज़ार पदों का विषयों के आधार पर वर्गीकरण किया गया है जिसमें उर्दू के सिर्फ़ 309 पद दिए गए हैं,जिसे लेकर अल्पसंख्यक समुदाय काफ़ी नाराज़ हैं ।
राजस्थान में कई स्कूल तो ऐसे हैं जहाँ शत प्रतिशत अल्पसंख्यक छात्र छात्राएँ पढ़ते हैं लेकिन अधिकारियों ने वहाँ उर्दू के पदों को हटाकर संस्कृत के पदो को सृजित कर दिया!
नगर से कांग्रेस विधायक वाजिब अली ने कहा कि यह एक प्रकार से धोखा है ।
उन्होंने कहा कि “ मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी द्वारा बजट में घोषणा हुई थी के उर्दू के 1000 पदो पर भर्ती होगी व जहां 10 से ज़्यादा बच्चे उर्दू पढ़ना चाहेंगे वहाँ उर्दू के पद सृजित किए जाएँगे.
मेरी विधानसभा नगर से 100 स्कूलो से उर्दू की डिमांड गयी है लेकिन बी॰डी॰ कल्ला जी आपके अधिकारियों ने मेंपिंग में गड़बड़ कर पद नहीं बढ़ाए.
REET में उर्दू भाषा के सिर्फ़ 300 पद, उर्दू पढ़ने वाली बच्चों के साथ धोका है, इसी तरह सिंधी भाषा को भी नज़रंदाज़ किया गया है. में मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी से निवेदन है कि मामले का संज्ञान ले और कम से कम 1000 पद उर्दू के किए जाए”