पश्चिमी राजस्थान से आए टिड्डी दल ने किया जयपुर में प्रवेश !
आज शाम जयपुर के आस-पास इलाकों में टिड्डी दल का सैलाब गुजरा। अचानक आये इस सैलाब ने लोगों में अफरा तफरी मचा दी।
सभी लोग अपने घरों की छत व बाहर आकर ये नजारा देखने लगे। ये सैलाब इस तरह का था जैसे आसमान में धूल उड़ रही हो।
चंद मिनटों में पूरा आसमान भूरे रंग में तब्दील हो गया। इसी दौरान टिड्डीयों के हमले ने किसानों की चिंता और बड़ा दी।
टिड्डी दिन भर उड़ते है रात को कहीं बैठ जाते है। इस बीच वो फसलों को नष्ट कर जाते है। एक रात में इनकी संख्या 20 गुना अधिक बढ़ जाती है।
टिड्डी दल का प्रकोप राजस्थान में बढ़ता ही जा रहा है। राज्य के 10 से ज्यादा ज़िले इसकी चपेट में आ चुके है।
बुधवार को टिड्डी दल जयपुर के आस – पास इलाकों तक पहुंच गया है। 11 अप्रैल को राज्य में टिड्डी दलों का प्रवेश हुआ था।
टिड्डी दल अब तक जैसलमेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, नागौर, अजमेर, पाली, बीकानेर, सिरोही भीलवाड़ा, एंव सीकर जिलों में लगभग 37 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को प्रभावित कर चुके है।
राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि
“संयुक्त राष्ट्र संघ के खाद्य एवं कृषि संगठन ने इस साल व्यापक पैमाने पर टिड्डी प्रकोप की आशंका जताते हुए गत वर्ष की तुलना में दो से तीन गुना अधिक प्रभाव की चेतावनी दी है। इस साल पिछले वर्ष प्रभावित हुए 12 जिलों के अलावा अन्य जिलों में भी टिड्डी के पहुंचने की आशंका है।”
सरकार किसानों को लेकर चिंतित है। टिड्डी दल पर नियंत्रण पाने के लिए सरकार योजना बना रही है।
कुछ जगहों पर रासायनिक छिड़काव कर नियंत्रण किया गया। इससे प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान की गई है।
टिड्डी दल राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश आदि राज्यो में भी पहुंच रहे है।
– शिप्रा गुप्ता (लेखिका राजस्थान विश्वविद्यालय में पत्रकारिता की छात्रा है)