भीलवाड़ा के बाद जयपुर बना राजस्थान का दूसरा कोरोना एपिसेंटर,राज्य के आधे संक्रमित यहीं से !


राजस्थान में कोरोना संक्रमितों की तादाद एक हज़ार से अधिक हो गई है ! 17 अप्रेल तक कोरोना संक्रमितों की तादाद 1193 दर्ज की गई है जिसमें लगभग आधे मरीज़ राजधानी जयपुर में पाए गए हैं!

आज दो बजे तक की रिपोर्ट में जयपुर में छह नए कोरोना पॉज़िटिव मरीज़ पाए गए हैं!

जयपुर में अब तक 492 कोरोना संक्रमितों की पहचान हुई है! भीलवाड़ा के बाद जयपुर का रामगंज परकोटा क्षेत्र राज्य में कोरोना का दूसरा एपिसेंटर बन गया है!

जयपुर के लगभग 90% मरीज़ रामगंज क्षेत्र में पाए गए हैं! रामगंज में पूरी तरह कर्फ्यू लगा दिया गया है !

शहर में अब तक 8468 सैंपल जाँचे गए हैं! जयपुर में पाया गया पहला संक्रमित व्यक्ति विदेश यात्रा करके रामगंज आया था और रामगंज में संक्रमण फैलने का मुख्य कारण यही व्यक्ति रहा है!

इन सभी संक्रमितों और संदिग्ध संक्रमितों के इलाज के लिए मुख्यतः तीन अस्पतालों को केंद्र बनाया गया है इनमें सवाई मानसिंह अस्पताल, महात्मा गांधी अस्पताल और प्रताप नगर स्थित राजस्थान यूनिवर्सिटी फॉर हेल्थ ऑफ़ साइंसेज (RUHS) हैं!

जयपुर के कोरोना एपिसेंटर बनने के बाद यहाँ भीलवाड़ा मॉडल अपनाने के प्रयास जारी हैं लेकिन आबादी के अत्यधिक घनत्व होने के कारण भीलवाड़ा मॉडल को अपनाने में कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है!

इसके लिए पहले चरण में रामगंज क्षेत्र में कर्फ्यू लगाकर है इसकी शुरुआत भी की गई है! मेडिकल और पैरामेडिकल टीमों के साथ आशा सहयोगिनियाँ भी घर-घर जाकर सैंपल इकट्ठा कर रहे हैं!

हालाँकि ऐसा माना जा रहा है कि जितनी अधिक संख्या में टेस्ट होंगे उसी हिसाब से संक्रमितों की संख्या भी बढ़ेगी!

राजस्थान के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार का कहना है कि,”हमने अब तक 30,000 टेस्ट किए हैं जो कि किसी भी राज्य द्वारा एक मिलियन आबादी पर ये गए सर्वाधिक टेस्ट हैं”

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