हरयाणा- राजस्थान। पश्चिम बंगाल की एक बस जिसमे दरगाह जाने वाले जायरीन (ज्यादातर महिलाएं बूढ़े व बच्चे) थे, उस बस के पीछे दरगाह का झंडा/ चादर जैसा- जिस पर कलमा व् दुआएं लिखी हुई थी और साथ ही साथ उस पर दरगाह का चित्र और एक तरफ चाँद तारे बने हुए थे।
जायरीनों की वो बस दिल्ली की सड़कों से हरयाणा के सोनीपत को पार कर रही थी की तभी एक व्यक्ति (बबलू घोगा (Babloo Ghoga) जिसको फेसबुक पर ‘9516’ लोग फॉलो करते हैं)
video link – https://www.facebook.com/indianmuslim.co/videos/2208918712668902/
बोलेरो कार में से अपने साथियो के साथ वीडियो बनाते हुए, भरपूर अपशब्दो का प्रयोग कर रहा था।
कुछ देर बाद उन्होंने बस रुकवाई जहाँ पर एक पुलिस अधिकारी भी मौजूद था, किन्तु बबलू की वजह से वो अधिकारी वहाँ से चला गया।
फिर उन्होंने अत्यंत अपशब्दो का प्रयोग फिर से करते हुए बस चालक और कंडक्टर को उतारा, उतारने के बाद उनसे तेज़ आवाज में गाली गलौज किया। फिर बस के पीछे बंधी दरगाह की चादर को उतरवाकर उसे जमीन पर डाला, और उस पर चलने को कहा- और कहा कि इसे मत उठा,इस पर हम पेशाब करेंगे।
बुजुर्ग से पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे भी लगवाये इसके बाद पीछे की महिलाओं की सीटो के पास बस के बाहर ही खड़े होकर महिलाओं से जुडी उन बूढ़े व्यक्तियों को गालियाँ दी।
इस अफवाह को फैलाकर हज़ारो भारतीयों को गुमराह किया और अल्पसंख्यक समुदाय में नफरत पैदा कर दी।
“जबकि उस बस के एक तरफ मेरा भारत महान लिखा हुआ था।”
ये सोचने योग्य बात हैं कि बहुसंख्यक समुदाय का अल्पसंख्यक समुदाय के प्रति इस झूठी अफवाह से मन में क्या प्रभाव पडा होगा और वही अल्पसंख्यको का बहुसंख्यको के प्रति कैसा जहर भरा होगा इस एक घटना ने।
आज इस वक़्त में हर व्यक्ति के लिए शोध किये बिना और बिना किसी जानकारी के किसी बात को आगे तक पहुचाना बहुत ही गलत और घातक हैं यदि वो बात राष्ट्र सुरक्षा और संविधान के खिलाफ हो या नहीं।
धर्म में पहचान के लिए इंसानो ने रंग तय कर लिए हे- काला, सफेद, भगवा इत्यादि परन्तु धर्म किसी रंग में बंधा हुआ नहीं हैं ये भी हमें समझकर समझाना होगा औरो को भी।
(बबलू घोगा (Babloo Ghoga) जिसको फेसबुक पर ‘9516’ लोग फॉलो करते हैं)
जनमानस टीम के पत्रकार की एक फेसबुक पोस्ट में सभी सोनीपत थानों को मेंशन करने के बाद उस व्यक्ति को फेसबुक पर ही बताया जिसके बाद उसने अपनी आईडी अस्थायी रूप से कुछ समय के लिए बंद कर दी हैं।